नालन्दा/बिहार: जिला पुलिस ने फिरौती के लिए अपहरण किये गए शिक्षक सुबोध कुमार को महज10 घंटे में ही लखीसराय जिले से बरामद करते हुए अपहरण के आरोप में 7 लोगो को गिरफ्तार कर लिया गया।
अपहृत शिक्षक सुबोध कुमार को बिहार थाना क्षेत्र के प्रोफेसर कॉलोनी का निवासी हैं इन्हे बाढ़ एनटीपीसी के पास चकमा देकर बुलाया और अपहरण कर लिया था। दरअसल हकीकत में पूरा मामला नौकरी के नाम पर ठगी करने का है। अपहरणकर्ताओं से शिक्षक सुबोध ने नौकरी लगाने के नाम पर लाखो रूपए लिए थे, जब नौकरी नहीं लगी तो इन लोगो ने रुपए की वापसी की मांग की थी लेकिन रूपए नहीं देने पर एक सुनियोजित तरीके से इसे बाढ़ बुलाया और फिर अपहरण कर लिया।
इस मामले का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि शिक्षक की पत्नी ने अपने पति का फिरौती के लिए अपहरण की प्राथमिकी बिहार थाना में दर्ज कराई। वहीं अपहरणकर्ता ने शिक्षक के ऊपर ठगी का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी । यानि अपहृत और अपहरणकर्ता दोनों को पुलिस ने सलाखों के पीछे भेज दिया।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब नालंदा के एसपी नीलेश कुमार द्वारा जिला असूचना इकाई का बिहार थाना के इंस्पेक्टर दीपक कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया । टीम गठित होते ही दीपक कुमार ने सबसे पहले उस मोबाईल को खंगाला जिससे शिक्षक की पत्नी के मोबाईल पर रूपए की मांग की गयी और फिर बैंक खाते का लोकेशन लिया गया फिर नालंदा से टीम जमुई रवाना हुई। उसके बाद जमुई और लखीसराय पुलिस की मदद से शिक्षक को बरामद करते हुए 7 अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया। इन लोगो उसे छोड़ने की एवज में 4 लाख की मांग की थी । शिक्षक की पत्नी ने पहले अपहरणकर्ताओं के खाते में 50 हजार रुपए डाल दिए थे । इसके बावजूद जब उन लोगों ने उसे नहीं छोड़ा तो वह पुलिस के पास गयी ।
गिरफ्तारी के बाद अपहरणकर्ताओं ने बताया कि शिक्षक सुबोध कुमार, वीर मणि कुमार, निशांत कुमार, अजय कुमार और सोनू कुमार ये लोग रेलवे, बोकारो स्टील सिटी प्लांट और बेल्ट्रॉन में नौकरी दिलाने के नाम से इन लोगों से लाखों रुपए की ठगी की थी । बार-बार रुपए की मांग करने पर जब ये लोग रुपए नहीं दिए तो डराने के उद्देश्य शिक्षक को पहले जमुई उसके बाद लखीसराय लेकर चले गए ।
इस संबंध में गिरफ्तार युवकों द्वारा भी शिक्षक सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है । जिसके बाद अपहृत शिक्षक को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिय।