पटना : भारत को विश्वगुरु बनाना है तो केजरीवाल का समर्थन करे संघ-आम आदमी पार्टी

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अनुप ना. सिंह
स्थानीय संपादक

पटना/बिहार : आम आदमी पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी धनंजय कुमार सिन्हा ने संघ एवं उसकी समस्त शाखाओं से अपील किया है कि अगर वे लोग सही मायने में भारत को विश्वगुरु के रूप में देखना चाहते हैं तो आम आदमी पार्टी का समर्थन करें एवं केजरीवाल को प्रधानमंत्री बनाने में सहयोग करें।

धनंजय ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह भैया जी जोशी के 2025 से राममंदिर निर्माण की शुरुआत वाले व्यंग्यात्मक बयान एवं संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा शहीद हो रहे जवानों पर उठाये गये सवाल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि आर एस एस के लोग ईमानदार, मेहनती एवं लक्ष्य के प्रति समर्पित होते हैं। वे चमक-धमक से दूर समाज के बीच रहकर आम लोगों की तरह जीवन जीते हैं। वे आत्म-सम्मान एवं स्वाभिमान के साथ समझौता नहीं करते। किन्तु उनकी विचारधारा में ही कुछ ऐसी त्रुटियाँ हैं जो देश के संविधान के अनुरूप नहीं हैं। खासकर हिंसा में आस्था आर एस एस की एक बड़ी खामी है। धनंजय ने कहा कि प्रवीण तोगड़िया की जिस प्रकार से इनकाउंटर की साजिश रची गई थी, और आज संघ से जुड़े बड़े पदाधिकारियों के मन में हत्या की आशंका का जो भय रच-बस रहा है, वह कहीं-न-कहीं घूम-फिरकर हिंसा में उनकी आस्था का ही प्रतिफल है। उन्होंने कहा कि संघ को तालिबान के अंजामों को देखकर सीख लेनी चाहिये।

श्री सिन्हा ने अपील करते हुये कहा कि अगर मोहन भागवत, भैया जी जोशी एवं प्रवीण तोगड़िया सरीखे लोग भारत को विश्वगुरु के रूप में देखना चाहते हैं तो वे सभी लोग कुछ वैचारिक हठों को छोड़कर आम आदमी पार्टी के साथ आयें एवं अरविन्द केजरीवाल को प्रधानमंत्री बनाने में सहयोग करें, ताकि देश भर के सभी बच्चे अच्छे उन्नत सरकारी स्कूलों में निःशुल्क शिक्षा हासिल कर सकें, सभी देशवासी अच्छे अस्पतालों में निःशुल्क इलाज का लाभ उठा सकें, देश के किसी भी फुटपाथ पर कोई गरीब ठंड से ठिठुरकर न मरे, दुनिया भर में भारत का गुणगान-बखान हो, अन्य देशों से लोग हमारी उपलब्धियों को देखने आयें।

धनंजय ने कहा कि भाजप के नेता संघ के त्याग को सत्ता पाने का साधन मात्र मानते हैं। इसलिये बीती सभी बातों को भूलकर संघ के लोग केजरीवाल को प्रधानमंत्री बनाने का प्रण लें। यही उनका प्रायश्चित भी होगा एवं जन्मभूमि के प्रति कर्तव्यों का असली निर्वहन भी होगा।


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