दरभंगा/बिहार : बाढ़ राहत की प्रगति को लेकर आज दरभंगा के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एस.एम. ने अपने कार्यालय कक्ष में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तटबंध में हुई टूट की जांच कराई जायेगी और दोषी लोगों के विरूद्ध कारवाई होगी लेकिन अभी पहली प्राथमिकता बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित जगह पहुंचाकर उन्हें राहत पहुंचाना है।
जिलाधिकारी ने कहा कि तारडीह और मनीगाछी प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अत्यधिक पानी रहने के कारण वहां सामुदायिक रसोई की व्यवस्था नहीं हो सकी है पर वहां के लोगों के बीच सुखा पैकेट वितरण की जा रही है। जिलाधिकारी ने कहा कि अतरवेल, विशनपुर पथ में जहां पक्की सड़क टूटी है वहां बेली पुल बनाये जायेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि तारडीह के 12, मनीगाछी के 6, घनश्यामपुर के 10, अलीनगर के 9, कुशेश्वरस्थान के 3 और गौराबौराम के दो पंचायत बाढ़ से पूर्ण प्रभावित है। तारडीह, घनश्यामपुर, अलीनगर और मनीगाछी में एनडीआरएफ की टीम लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रही है।
जिलाधिकारी ने कहा कि अभी बाढ़ पीड़ितों के भोजन के लिए 83 सामुदायिक रसोई चालू किया गया है। 18 हजार 600 लोगों को सामुदायिक रसोई से भोजन कराया गया है। आज 50 और जगहों पर सामुहिक रसोई की व्यवस्था की जा रही है। कल तक इसकी संख्या 150 से अधिक हो जायेगी। उन्होंने कहा कि कमला-बलान में चार जगहों पर टूट हुआ है। लेकिन सबसे अधिक नुकसान झंझारपुर के नरूआर में हुई टूट को लेकर हुआ है। उन्होंने बताया कि आज 15 नावें मुझे मिली है जिसे प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जा रहा है। जिलाधिकारी ने पोलिथिन सीट वितरण की बात कही।