मण्डल प्रणेता बी पी मण्डल की जयंती पर “द रिपब्लिकन टाइम्स ” की अतिथि...
राष्ट्र के पिछड़े वर्ग को समस्त अधिकार दिलाने को संकल्पित, प्रखर वक्ता, पिछड़े वर्ग के मसीहा, स्वाभिमानी ....ये सारी उपमाएं भी कम पड़ सकती...
बिहार चुनाव : तरूण को ढूंढने चली अर्चना एक्सप्रेस
एक गांव में एक किसान रहता था । उसका सपना था कि उसका इकलौता पुत्र पढ़- लिखकर बड़ा आदमी बने। उसने अपने पुत्र...
मामाओं की राह पर तेजप्रताप
बिहार : पासवान परिवार के घटनाक्रम से प्राप्त अनुभव के आधार पर स्पष्ट दिख रहा है कि तेजप्रताप के बगावत की ऊर्जा का श्रोत...
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अतिथि संपादक प्रसन्ना सिंह राठौर की कलम से
आज नारी सुरक्षा संदेह के घेरे में है। वर्तमान में नारी सामाजिक न्याय से वंचित होने के साथ-साथ शोषित और दलित सी प्रतीत होती...
अन्तर्राष्ट्रीय संगीत दिवस पर अतिथि संपादक प्रसन्ना सिंह राठौर की कलम से
फिल्में समाज की आइना और गाने उसकी धुरी होती है, रचनाकारों को यह बात हमेशा जेहन में रखकर ही गानों का सृजन करना चाहिए।...
शिक्षा दधीचि कीर्ति बाबू की जयंती पर अतिथि संपादक, प्रसन्ना सिंह राठौर की विशेष...
मनुष्य में जो संपूर्णता गुप्त रूप से मौजूद है, उसे प्रत्यक्ष करना ही शिक्षा का उद्देश्य है। स्वामी विवेकानंद का यह कथन शिक्षा के...
बिहार : समाजवाद के कब्र में दफन हो रही है बिहारी अस्मिता
बिहार, बिहारी और बिहारियत का इतिहास युगों पुराना है । बौद्धकाल से लेकर वर्तमानकाल तक हर क्षेत्र में बिहारी अस्मिता की अनूठी पहचान रही...
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अतिथि संपादक प्रसन्ना सिंह “राठौर” की विशेष प्रस्तुति
नारी - उत्थान को लेकर सामाजिक संस्थानों द्वारा प्रस्तावों की लंबी कतार, संविधान के अन्तर्गत कई प्रावधानों की घोषणाएं, वर्षों से चल रहे आंदोलन...
बिहार के 48 प्रतिशत बच्चे बौनेपन की चपेट में, मधेपुरा, सहरसा और सुपौल सहित...
बिहार के 48 प्रतिशत बच्चे बौनेपन की चपेट में हैं। इससे मुकाबले के लिए तमाम योजनाओं को क्रियान्वित किया गया है, ताकि बिहार के...
भारत की आपसी भाईचारे की मजबूती को चमक देता है होली
होली एक चर्चित सामाजिक एवम् धार्मिक पर्व के साथ साथ रंगों का त्योहार है। बूढ़े, नर - नारी सभी इसे बड़े उत्साह से मनाते...