केंद्र की फासीवादी सरकार से भारत के जनतांत्रिक ढांचे पर खतरा  – पूर्व सांसद नागेंद्र नाथ ओझा  

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मधेपुरा/बिहार (प्रेस विज्ञप्ति) : केंद्र में सांप्रदायिक फासीवादी विचारधारा के नेतृत्व में चल रही सरकार، भारत के जनतांत्रिक ढांचे के लिए खतरा बनती जा रही है l 2019 में भाजपा की सत्ता वापस आने के बाद देश में दक्षिणपंथी रुझान अधिक तेज हुई है, शासक दल भारतीय संविधान तथा देश के जनतंत्र को कमजोर करने में सक्रिय है, मुट्ठी भर वित्तीय इजारेदारी और परजीवी बड़े पूंजीपतियों के हाथों में आर्थिक सत्ता केंद्रित होती जा रही हैl देश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से आम लोगों का जीना दूभर हो गया हैl

उक्त बातें आज यहां पूर्व सांसद एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव नागेंद्र नाथ ओझा ने डीएवी स्कूल बजराहा आलमनगर में आयोजित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला स्तरीय कार्यकर्ता बैठक को संबोधित करते हुए कही l भाकपा नेता ने कहा कि पब्लिक सेक्टर बर्बाद करके भाजपा सरकार देश को कमजोर कर रही है l

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 उन्होंने कहा कि किसानों के अविस्मरणीय आंदोलन के दबाव में तीन कृषि कानून वापस तो लिए गए लेकिन उन पर खतरा बना हुआ है, भारतीय राज्य कारपोरेट वित्तीय पूंजीवाद की सहायता की संस्था बनती जा रही है  l भाकपा नेता ने कहा कि भाजपा विचारों के आदान-प्रदान में विश्वास नहीं करती, वह सामाजिक एकता का विखंडन कर रही है, गंगा-जमुनी तहजीब को समाप्त कर रही है, वह लोगों के जीवन शैली और परंपराओं पर आक्रमण कर रही है l देश में महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी बढ़ाकर समाज में और असमानताएं पैदा कर रही है l इसलिए इसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है l उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं एवं आम जनों से कहा कि भाकपा के 24 वें पार्टी महाधिवेशन का आह्वान है कि आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना है,  देश को बचाना है और केंद्र में वाम जनवादी, धर्मनिरपेक्ष सरकार बनाना है l

पार्टी के सहायक जिला मंत्री मुकुन्द प्रसाद यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य ओम प्रकाश नारायण ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा धारा 370 की समाप्ति, धर्मनिरपेक्षत एवं समाजवादी संविधान पर हमला, नागरिक अधिकारों पर हमला, श्रम कानूनों पर हमला, नोटबंदी, जीएसटी, निजी करण एवं मुद्रीकरण की नीति, तेजी से गिरती अर्थव्यवस्था से आम लोग त्रस्त है, शिक्षा, स्वास्थ्य रोजी और रोजगार खतरे में है l उन्होंने कहा कि बिहार के तर्ज पर पूरे देश में वामपंथी जनवादी एवं धर्मनिरपेक्ष दलों की एकता बनाकर केंद्र की मनुवादी सरकार को भगाना है, भारतीय संविधान और लोकतंत्र को बचाना है l

 भाकपा के मधेपुरा जिला के प्रभारी एवं भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि देश और दुनियां में पूंजीवादी व्यवस्था चरमरा सी गई है, आम लोगों को न्यूनतम सुविधा देने में भी विफल है, वहीं समाजवादी देश बड़ी तेजी से विकास कर रही है, भारत में केरल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है l उन्होंने कहा कि पार्टी के 24 वें बिहार राज्य सम्मेलन पार्टी संगठन और जन संगठन को गांव-गांव में खड़ा करने, उसे जीवंत बनाने, भूमिहीनों को बासगीत पर्चा देने, पर्चा धारियों को जमीन पर कब्जा दिलाने, सबको शिक्षा और काम, फसल का लाभकारी दाम, बाढ़-सुखार एवं बिजली संकट का स्थायी निदान आदि जन सरोकार के मुद्दे पर जन संघर्ष को तेज करने का आह्वान किया है l

भाकपा नेता श्री प्रभाकर ने कहा कि देश और प्रदेश के अंदर उत्पन्न चुनौतियों का सामना व्यापक एकता एवं मजबूत कम्युनिस्ट पार्टी के वल पर हीं संभव है l उन्होंने आगामी 19 से 24 दिसंबर, भाजपा भगाओ- देश बचाओ जन सत्याग्रह कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील पार्टी कार्यकर्ताओं एवं आम जनों से की l भाकपा के मधेपुरा जिला मंत्री विद्याधर मुखिया ने कहा कि जनवरी 2023 में पार्टी सदस्यता को दोगुनी, किसान सभा, खेत मजदूर यूनियन, महिला समाज, नौजवान संघ एवं छात्र संघ का निर्माण प्रखंड एवं पंचायत स्तर तक करेंगे, मजबूत एवं जुझारू पार्टी बनाएंगे l उन्होंने कहा कि मधेपुरा पार्टी  चरणबद्ध आंदोलन के बल पर जिले में व्यापक जनाधार तैयार करेगी, जो आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में निर्णायक ताकत के रूप में उभरेगी l

आलमनगर से महागठबंधन के पूर्व प्रत्याशी इo नवीन कुमार निषाद ने सीपीआई नेताओं और कार्यकर्ताओं का स्वागत व अभिनंदन करते हुए कहा कि हम सब एक हैं, दिल्ली अब दूर नहीं, भाजपा की सरकार जाएगी, हमारी सरकार आएगी l

  कार्यकर्ता बैठक को पार्टी राज्य परिषद के सदस्य उमाकांत सिंह एवं शैलेंद्र कुमार, किसान सभा के राज्य सचिव रमन कुमार, किसान नेता रामदेव सिंह, आलमनगर अंचल मंत्री जगत नारायण शर्मा, वरीय नेता सागर चौधरी, अंबिका मंडल, उमेश यादव, मोती प्रसाद सिंह, मुखिया प्रतिनिधि पवन कुमार, बाल किशोर यादव, बाबूलाल मंडल, अनिल भारती, रमेश कुमार शर्मा, श्याम सुंदर शर्मा,  मोO जहांगीर, बिंदेश्वरी यादव, मोहम्मद चांद सुभाष गुप्ता, अरुण कुमार तांती, राम जी मेहता, मोहम्मद सिराज, मनोज राम, अजीत शर्मा, मोहम्मद परवेज, उपेंद्र चौधरी, भगवान साह, सिकंदर राम, उमेश पासवान, रामसेवक यादव, घनश्याम मुन्ना आदि नेताओं ने अपने विचार रखते हुए पार्टी के मजबूती पर आवश्यक सुझाव दिये l


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