नेशनल स्टूडेंट्स पार्लियामेंट में राठौर ने लोकतंत्र में मन की जगह जन की बात पर दिया♦बल कोसी की युवा प्रतिभा राठौर ने अपने संबोधन में भारत को बताया अनेकता में एकता का अद्भुत संगम
मधेपुरा/बिहार : अनेकता में एकता का संगम भारत लोकतंत्र, जनतंत्र व गणतंत्र के रूप में विश्व पटल पर स्थापित है। इसलिए भारत में लोक, जन और गण की बात करके ही देश की दशा और दिशा तय की जा सकती । मन की बात कर दिलासा दिया जा सकता है लेकिन दिशा और दशा तय नहीं की जा सकती।
उपरोक्त बातें बी एन एम् यू के छात्र रहे और ए अाई एस एफ के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य सह बी एन एम यू विवि प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने केरल की राजधानी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की एक सौ पच्चासवी जयंती को समर्पित नेशनल स्टूडेंट्स पार्लियामेंट में वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व करते हुए लोकतंत्र की भूमिका और मायने पर मजबूती से बात रखते हुए कही।
ज्ञातव्य हो की केरल की विधानसभा द्वारा आयोजित नेशनल स्टूडेंट्स पार्लियामेंट को फेस्टिवल ऑन डेमोक्रेसी का नाम दिया गया था।लोकतंत्र के विभिन्न बिंदुओं पर अलग अलग सत्रों में आयोजित हुए कार्यक्रम में राजनीति,फिल्म,योग,पत्रकारिता सहित कई क्षेत्रों की नामचीन हस्तियों ने बेबाकी से अपनी बात रखी। तीन दिवसीय कार्यक्रम के निर्णायक सत्र में एम अाई टी का प्रतिनिधित्व कर रहे राठौर ने लोकतंत्र की उपयोगिता और मायने पर अपनी बातें गम्भीरता से रखी।
अपनी बात रखते हुए मधेपुरा के हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि लोकतंत्र भारत की अनेकता में एकता की पहचान की सुरक्षा कवच है।लोकतंत्र जितना मजबूत होगा भारत की विकास की कड़ी उतनी ही समृद्ध होगी। मात्र चार मिनट के अपने सारगर्भित भाषण में राठौर ने यह भी बताया की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के एक सौ पच्चासवीं जयंती के आयोजन की सच्ची सार्थकता यही होगी की लोकतंत्र को गांधी के सपने के अनुसार और मजबूत किया जाए।
सनद रहे कि समाजसेवा और छात्र राजनीति में लगभग एक दशक से सक्रिय राठौर वक्तृता, उद्घोषणा और साहित्य में राष्ट्रीय फलक पर लगातार अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। भारत के विभिन्न राज्यो में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके राठौर भगत सिंह और डॉ कलाम को अपना आदर्श मानते है साथ ही माता पिता को प्रेरणा का स्रोत । राठौर का कहना है की सकारात्मक सोच के साथ किसी भी मुकाम को सम्भव किया जा सकता है। सिंघेश्वर प्रखंड के बैहरी पंचायत के किसान परिवार से आने वाले राठौर ने बताया की केरल में नेशनल स्टूडेंट्स पार्लियामेंट अलग अलग क्षेत्रों की नामचीन हस्तियों को सुनने के बाद बहुत कुछ सीखने और समझने का मौका मिला।इसका श्रेय राठौर ने वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी को दिया है।
बचपन से ही पढ़ने लिखने में सक्रिय राठौर ने कहा की राष्ट्रीय स्तर तक जाने में मधेपुरा की अहम भूमिका रही है इसी छोटे से जगह पर रहकर लोगों के प्यार और स्नेह के बीच उन्होंने अपनी प्रतिभा का अलग अलग क्षेत्रों में लोहा मनवाया । उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर अपनी मजबूत पहचान बना अपने जिले का नाम और रौशन करना है।