सुपौल : ललित बाबू के पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया

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रियाज खान
संवाददाता
भीमपुर, सुपौल

छातापुर/सुपौल/बिहार : भारत सरकार के पूर्व रेल मंत्री स्व. ललित नारायण मिश्र के 46वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित राजकीय समारोह बलिदान दिवस के अवसर पर शुक्रवार को उनके पैतृक निवास बलुआ बाजार स्थित समाधि स्थल पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के अनुसूचित जाती जनजाति प्रभारी कल्याण मंत्री रमेश कुमार ऋषिदेव शामिल हुए ।

जिसके बाद कार्यक्रम का आगाज किया गया। मंत्री के साथ स्व ललित बाबू के बड़े पुत्र व विधान पार्षद विजय कुमार मिश्र, जिला पदाधिकारी महेंद्र कुमार, पुलिस कप्तान मनोज कुमार सहित अन्य लोगों ने सर्वप्रथम समाधि स्थल स्थित ललितेश्वर नाथ शिव मंदिर पहुंचे। जहां विद्वान पंडित आचार्य धर्मेन्द्रनाथ जी के द्वारा मंत्रोच्चारण के बीच शिवलिंग की पूजा अर्चना की गयी। तत्पश्चात ललित बाबू के सम्मान में शस्त्र झुकाकर खड़े सशस्त्र बलों ने शोक सलामी दी। जिसके बाद मंत्री सहित अन्य ने ललित बाबू की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि देते श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर कोसी इलाके से पहुंचे जनप्रतिनिधि, विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि के अलावे प्रबुद्ध लोगों ने भी ललित बाबू की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता व मंच संचालन पूर्व मुखिया जयकृष्ण गुरमैता कर रहे थे। मौके पर वक्ताओं ने कहा कि ललित बाबू के पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है। राजकीय समारोह होने के कारण जिला प्रशासन की अग्रणी भूमिका रहती है। जिला प्रशासन के नेतृत्व में ललित बाबू के परिजन सहित स्थानीय शुभचिंतकों के सहयोग से आयोजन को सफल बनाया जाता रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ऋषिदेव ने कहा कि क्षेत्र व समाज के उद्धारक स्व ललित बाबू को इस कार्यक्रम के माध्यम से उनके बलिदान दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं । जिसका कहना था की ‘मैं रहूं या ना रहूं, बिहार बढ़कर रहेगा।

आज उन्हीं के सपना और परिकल्पना के कारण बिहार विकास की ओर है। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के अगुवाई में हर क्षेत्र में कार्य हो रहा है और हर विभाग में कार्य विकास की ओर है। उन्होंने कहा कि ललित बाबू के 47वीं पुण्यतिथि के अवसर पर बलुआ में स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा। जहां गरीब तपके लोग निःशुल्क में अपना इलाज व दवाई का लाभ ले सकेंगे। और उनका जो सपना था उनको पूरा करने की कोशिश करेंगे।
बाबू के बड़े पुत्र विधान पार्षद विजय मिश्र ने कहा कि बाबू जी के पुण्यतिथि पर राजकीय समारोह के साथ मनाया जाता है। समारोह में ललित बाबू के बड़े पुत्र विधान पार्षद विजय मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी हम उनके शहादत दिवस के रूप में मनाने को एकत्रित हुए हैं। ललित बाबू के प्रयास का ही फल है कि कोसी के इस क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली। उन्हीं की परिकल्पना का परिणाम है कोसी महासेतु और एनएच 57 और सहरसा-फारबिसगंज बड़ी रेल लाईन का निर्माण हुआ है।इस अवसर पर विजय मिश्र ने मैथिली में संबोधित करते हुए कहा कि ललित बाबू के अधुरे कार्य को वर्तमान सरकार वखूबी निभा रही है और कोशी के विकाश के लिए प्रयासरत है। यही उनकी देन की परिकल्पना और मूर्त रूप के कारण आज भी लोग उन्हें भुला नहीं पा रहे हैं। सभ्यक समाज की यही एक मिशाल रह जाती है।

स्थानीय विधायक नीरज कुमार सिंह बबलू ने कहा कि आज ललित बाबू के कार्यों को याद कर उन्हें श्रधांजलि देते हैं। लेकिन उनकी सच्ची श्रधांजलि तब होगी जब हम उनके अधूरे सपने को पूरा करने के लिए संकल्पित हो। कहा कि एक समय था जब उनके इस बलिदान दिवस के मनाने के किये मंत्री से लेकर राज्यपाल तक आ चुके हैं, लेकिन समय बीतने के बाद सारा चीज परिवर्तित हो गया। एक समय ऐसा भी आया की उनके इस कार्यक्रम में सरकार की ओर कोई भी मंत्री नहीं पहुंचे जो इस इलाके साथ साथ ललित बाबू का अपमान है।

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 वहीं जिलाधिकारी महेंद्र कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि जिला प्रशासन के ओर से हम उन महान हस्ती को याद करते हैं और उनके श्रधांजलि को राजकीय समारोह के साथ मनाते हैं। कहा की उन महान हस्ती की सच्ची श्रधांजलि तभी होगी जब हम उनके बताये रास्ते पर चलें। अंत में कहा कि उन्होंने सही ही कहा कि मैं रहूं या ना रहूं बिहार बढ़कर रहेगा।
ललित बाबू के पौत्र सुमित मिश्रा ने कहा कि हर वर्ष दादा जी के पुण्यतिथि को पूरे राजकीय समारोह के साथ मनाते हैं लेकिन क्षेत्र के लोगों का उनके प्रति प्यार को देख कर आंख भर आता है। ये उनके अच्छे कार्य का प्रतिफल है कि लोगों के दिलों में आज भी बेस हुए हैं।

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आयोजित समारोह में डीएम महेंद्र कुमार ने कहा कि ललित बाबू के विकास के लिए दिए गए योगदान और बलिदान को बिहार वासी कभी भुला नहीं सकते । उन्होनें कहा कि वे जिस भी विभाग में मंत्री रहे उसने विकास का रास्ता साफ किया । उनका सबसे ज्यादा योगदान रेलवे के विकास में है ।

पुण्यतिथि के अवसर पर प्रशासन की ओर से चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई थी। चौक के चारों ओर फ़ोर्स की लगातार चाक चौबंद व्यवस्था में जुटी हुई थी।

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मौके पर त्रिवेणीगंज एसडीपीओ गणपति ठाकुर, त्रिवेणीगंज एसडीएम विनय कुमार सिंह, छातापुर प्रभारी बीडीओ अजित कुमार सिंह, सीओ सुमित कुमार सिंह, मनरेगा पीओ अमरेंद्र कुमार, बीरपुर एएसपी रामानंद कुमार कौशल, एसडीएम सुभाष कुमार सिंह, आरडीओ देवानंद कुमार सिंह, सीओ विद्यानंद झा, भीमपुर थानाध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद रवि, ललितग्राम ओपी अध्यक्ष शुभनारायन तिवारी, बलुआ थानाध्यक्ष बैजू कुमार के अलावे पूर्व राजद विधायक उदय कुमार गोयत, युवा राजद के राष्ट्रीय महासचिव संजीव मिश्रा, मुखिया सीतानंद झा, अश्वनी कुमार उर्फ क्रांति झा, अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मण महासंस्था आरक्षण इकाई के प्रदेश अध्यक्ष बिमल झा, मुन्ना साह, नवीन मिश्रा, ख़ादिम ए मजलिस खलीकुल्लाह अंसारी, कांग्रेस जिलाउपाध्यक्ष मजहरुल हक खान, पुष्प राज मोन्टी, मंटू कुमार मनी,सुभाष कुमार यादव आदि लोग मौजूद थे ।


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