मधेपुरा/बिहार : चुप्पी तोड़ो, आगे बढ़ो, एनआरसी और सीएबी रोको के नारे के साथ जिला मुख्यालय स्थित कालेज चौक से कर्पूरी चौक तक छात्रों ने शनिवार को प्रतिरोध मार्च किया। एआईएसएफ, एआईवाईएफ एवं एनएसयूआई के तत्वाधान में जिले के सड़कों पर सैकड़ों छात्रों-नौजवानों ने मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। आक्रोशित प्रदर्शनकारी कुछ कर गुजरने को आतुर थे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार इस गैर संवैधानिक फैसले को वापस ले अन्यथा इसके गंभीर परिणाम होंगे।
प्रतिरोध मार्च का नेतृत्व एआईएसएफ के जिलाध्यक्ष मो वसीमउद्दीन उर्फ नन्हे, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव एवं एआईवाईएफ जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार मुन्ना ने किया। कर्पूरी चौक पर प्रदर्शनकारियों एवं उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के पूर्व राज्य सचिव प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार भारतीय संविधान की धज्जियां उड़ा रही है। संविधान की मूल भावना के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि एनआरसी एवं सीएबी लागू करने से बड़ी संख्या में शोषितो, दलितों और अकलियतों का भारतीय नागरिकता समाप्त कर दिया जाएगा और कहा जाएगा कि इनके पास प्रमाण नहीं है। जैसा कि आसाम में 19 लाख लोगों से नागरिकता छीन ली गई। उन्होंने कहा कि यह काला कानून है, धर्म के नाम पर प्रताड़ित करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। प्रमोद प्रभाकर ने इस काले बिल के विरुद्ध संघर्ष तेज करने का आवाहन किया।
नौजवान संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष शंभू क्रांति ने कहा कि यह देश जितना हिंदुओं का है, उतना ही मुसलमानों, सिखों, ईसाइयों एवं अन्य धर्म के मानने वालों का भी है। एआईएफएफ जिलाध्यक्ष मो वसीमउद्दीन उर्फ नन्हे ने कहा कि मोदी सरकार भारत की गंगा- यमुनी, बहुरंगी तहजीब को खत्म करना चाहती है। भारतीय संविधान के स्थान पर मनुस्मृति को लागू करना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार एनआरसी एवं सीएबी को वापस ले, अन्यथा इसके गंभीर परिणाम होंगे। एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि हमारा संविधान धर्मनिरपेक्ष संविधान है। यहां धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता है। मोदी सरकार देश के अल्पसंख्यकों में दहशत पैदा कर, हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है। सरकार इस काले कानून को वापस लें अन्यथा उग्र आंदोलन होगा।
मौके पर छात्र नेता सौरभ कुमार, एआईवाईएफ जिला सचिव राजीव कुमार यादव, छात्र नेता नीतीश कुमार, शुभम कुमार स्टालिन, नीतीश कुमार, मो इरशाद, मो रफी अहमद मुन्ना, नीरज यादव, हिमांशु राज, मो फिरोज, मो हसन, अशोक कुमार, दिव्यांशु, मो रईस, मो सोनू, मनीष कुमार, मो शमशेर, कैलाश कुमार, अमित कुमार, कौशल कुमार, विकास कुमार, मो मंजूर, आरके सिन्हा, विजेंद्र मेहता, मो सद्दाम, बंटी, मो औरंगजेब, मो फिरोज, श्याम कुमार, मो आफताब, मो नसीर, ललटू, दीपक कुमार, दिलखुश, रितेश कुमार, गगन कुमार, चंद्रदीप कुमार, मो मुमताज, हीरा कुमार, दीपक झा, जगदीश ऋषिदेव, विजय राम, उमेश पासवान, मो शमशेर, राजू, सूरज कुमार, मो मंजूर, मो मुसतुफ, नासिर, मुमताज, मो इसराफिल, मो अशफाक सहित अन्य लोग उपस्थित थे।