मधेपुरा/बिहार : समाहरणालय के सभा भवन में जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला की अध्यक्षता में मंगलवार को संविधान दिवस धूमधाम से मनाया गया. संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में डीएम नवदीप शुक्ला ने उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को एकता और अखंडता की शपथ दिलाई।
मौके पर डीएम ने उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है। 1949 में 26 नवंबर के दिन भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ था. डा भीमराव अंबेडकर ने संविधान को दो साल, 11 महीने और 18 दिनों में तैयार कर राष्ट्र को समर्पित किया था। हमारा संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान माना जाता है. भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 से लागू किया गया था। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा पहली बार 2015 में संविधान दिवस मनाया गया। डा भीमराव अंबेडकर के योगदान को याद करने और संविधान के महत्व का प्रसार करने के लिए संविधान दिवस मनाया जाता है।
डीएम ने लोगों को विस्तृत रूप से बताते हुए कहा कि संविधान सभा के सदस्य भारत के राज्यों की सभाओं के निर्वाचित सदस्यों के द्वारा चुने गए थे। जवाहरलाल नेहरू, डा भीमराव अम्बेडकर, डा राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे। भारतीय संविधान में 448 अनुच्छेद और 12 अनुसूचियां हैं और ये 25 भागों में विभाजित है. उन्होंने समाज मे एकता के साथ रहने की अपील की।