बिहारीगंज/मधेपुरा/बिहार : शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निजी कार्यक्रम के तहत मधुबन गांव पहुंचे। वे बिहारीगंज जदयू विधायक निरंजन कुमार मेहता की माँ को श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मधुबन स्थित विधायक के आवास पर गए और शोक संतप्त परिवार से मिल विधायक के दिवंगत माँ जगदम्बा देवी को श्रद्धासुमन अर्पित किया। सीएम ने उनके तैल-चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान सीएम वहां करीब बीस मिनट रुके। इसके पूर्व सीएम का हेलीकॉप्टर तय कार्यक्रम से ढेर घंटा लेट करीब 4:10 बजे मधुबन गांव स्थित मंटू मेहता निजी खेत में बनाए गए हेलीपैड पर उतरा। हैलीपैड स्थल पर पूर्व से ही पहुंचे मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई की।
साथ ही प्रशासन को पहले से सौंपी गई सूची के आधार पर कुछ कार्यकर्ताओं से औपचारिक मुलाकात की। इसके बाद सीएम का काफिला सड़क मार्ग से विधायक के आवास की ओर रवाना हो गया। वहां से वापसी के तुरंत बाद सीएम गंतव्य की ओर रवाना हो गए।
मीडिया से रहे दूर,चौकसी में जमे रहे प्रशासन :हालांकि पूरे कार्यक्रम के दौरान सीएम ने मीडियाकर्मियों और अपने कार्यकर्ताओं से दूरी बनाए रखी। मौके पर मंत्री नरेंद्र नारायण यादव, सहित बड़ी संख्या में जदयू कार्यकर्ता उपस्थित थे। पूरे कार्यक्रम के दौरान प्रशासनिक व्यवस्था चाक-चौबंद दिखी। एसडीएम एसजेड हसन एवं एसडीपीओ सीपी यादव विधि-व्यवस्था को संभाल रहे थे। वही भूमि सुधार उपसमाहर्ता ललित कुमार सिंह, बीडीओ मुर्सिद अंसारी, रीना कुमारी, दीना मुर्रमुर,बीरेंद्र कुमार,सीओ विजय कुमार राय, रामावतार यादव, बीएओ उमेश बैठा, अग्निशमन पदाधिकारी ददन सिंह, थानाध्यक्ष शशिभूषण सिंह, राजेश कुमार, अखिलेश कुमार, सुबोध यादव, महेश रजक, संतलाल सिंह, राकेश पासवान, केडी यादव सहित कई पदाधिकारी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में देखे गए।
मुख्यमंत्री आगमन को लेकर एसडीएम एस जेड हसन, डीएसपी सीपी यादव के नेतृत्व में चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। पूरे मधुबन पंचायत को सील कर दिया गया था। विधायक आवास के चारों तरफ सड़क मार्ग पर बैरिकेडिंग कर आम लोगों को जाने पर रोक लगाया गया था। बड़ी संख्या में दंडाधिकारी पुलिस बल सहित महिला पुलिस मौजूद थे।
मुख्यमंत्री से मिलने क्षेत्र के हजारों समर्थक मधुबन को पहुंचे थे। पर बैरिकेडिंग पर ही समर्थकों को रोक दिया गया। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान पूर्व से तय नामित व्यक्तियों को ही अंदर जाने की इजाजत दी गई। अंदर जाने वाले व्यक्तियों की गहन जांच-पड़ताल किया गया।
वही मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर को देखने गांव के हजारों लोगों की भीड़ जमा हुई पर बैरिकेडिंग के अंदर किसी को आने की इजाजत नहीं दी गई थी। सारे लोग दूर से ही मुख्यमंत्री का दीदार कर पाए। लोगों को आसान था कि मुख्यमंत्री के द्वारा मधुबन को कुछ सौगात दी जाएगी पर मुख्यमंत्री जी ने श्रद्धांजलि सभा उपरांत बिना कुछ बोले चलते बने।
मुख्यमंत्री के दौरे के कारण सड़कों पर चलने वाले यात्रियों को कम से कम परेशानी हो इसके लिए भी एसडीएम एसजेड हसन सजग नजर आए। उन्होंने सभी मजिस्ट्रेट को पुलिस अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में रहा। ताकि मुख्यमंत्री जिस रास्ते से गुजरें उसको छोड़ अन्य रास्तों पर आवागमन सामान्य रखा गया। वही मुख्यमंत्री जिन रास्तों से गुजरें वहां के चौराहों पर बीच-बीच में मार्गो पर बांस का बैरिकेडिंग लगाया गया था।
इस दौरान चंद्रशेखर सिंह, शैलेंद्र कुमार यादव, मनोज मंडल ,विपिन कुमार कांति , इमरान आलम, रणविजय चौधरी, सत्य नारायण पोद्दार, कौशल किशोर सिंह, भीम कुमार, अभिलाषा सरपंच, अनु देवी, सरिता देवी, राजीव कुमार यादव ,सुरेंद्र यादव, मिथिलेश कुमार, विकास झा ,बिट्टू सिंह, विनय कुमार, भुवनेश्वर चौधरी ,अनिता देवी ,प्रभास कुमार यादव ,विनोद सिंह ,सदानंद सिंह, जनार्दन राय, कमलेश्वरी मेहता ,अजय मंडल ,अमित कुमार ,किशुनदेव सिंह,जदयू प्रखंड अध्यक्ष नीलेश कुमार आदि मौजूद थे।