सुपौल : छातापुर पुलिस पर आरोपी पक्ष को बचाने का आरोप, जल्द गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस के खिलाफ उग्र आन्दोलन की धमकी

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रियाज खान
संवाददाता
भीमपुर, सुपौल

छातापुर/सुपौल/बिहार : छातापुर थाना क्षेत्र के रामपुर पंचायत स्तिथ इन्द्रपुर गांव बच्चों के बीच उत्पन्न विवाद को लेकर हुई मारपीट में तीन लोग बुरी तरह जख्मी हो गए। जिसमे से एक गंभीर रूप से जख्मी, 52 वर्षीय व्यक्ति पटना के एक निजी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है ।

जानकारी देते हुए इन्द्रपुर गांव के वार्ड 12 निवासी पीड़ित मो सुबेर की पत्नी 49 वर्षीय वकीदा खातून ने बताया कि बीते सोमवार 9 सितंबर को मेरे पुत्र मो शाहबाज (10 वर्ष) को पड़ोसी मो एहसानुल के पुत्र मो नौशाद, किसी बात को लेकर मारपीट कर रहा था,  शोर सुनने के बाद जैसे ही हमलोग दरवाजे पर गए तो देखा कि मेरे पुत्र के साथ मारपीट किया  रहा था, जिसका बीच-बचाव करने मैं मेरे पति मो सुबेर गए तो उनलोगों ने हमलोगों के साथ भी मारपीट किया, हमलोग किसी तरह जान बचाकर भागने का प्रयास किए। इधर मो शमसाद, दिलशाद, इकवाल, आलम, मुर्तजा, मोफिल, हासिम, अनवारुल आदि लोगो ने लाठी, फरसा और तलवार से हमलोगों पर अंधाधुन वार कर दिया, जिसमे मेरे पति सुबेर व पुत्र एवं पुत्रवधु बुरी तरह से जख्मी हो गए, मेरे पति को जान मारने के नियत से गर्दन पर तलवार से कई बार प्रहार किया गया, जख्मी हालत में ग्रामीणो द्वारा आनन-फानन में इलाज के लिए पीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने नाजुक स्तिथि को देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया । वहीं घटना के बावत छातापुर थाना को लिखित आवेदन भी दिया गया, जिसके बाद पुलिस ने बीते 10 सितम्बर को थाना कांड संख्या 254/19 दर्ज किया ।

पीड़ित पक्षों का आरोप है कि पुलिस द्वारा न्याय दिलाने के वजय आरोपी पक्ष से मोटी रकम लेकर पुलिस ने उल्टे पीड़ित पक्ष के नौ लोगो के विरुद्ध सेम धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया । इधर जख्मी मो सुबेर की पत्नी ने बताया कि मेरा पति और मेरा पुत्र पटना में जिंदगी औऱ मौत के बीच आईसीयू में जूझ रहा है। वहीं पैसा से लाचार पीड़ित पक्ष के इलाज के लिए ग्रामीणों द्वारा अबतक चंदा इकट्ठा कर इलाज कराया जा रहा है ।

ग्रामीणों ने बताया कि जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे सुबेर गांव में सब्जी बेचकर अपनी 7 पुत्री एवं 3 पुत्र सहित पत्नी का भरन पोषण कर रहा था ।

बहरहाल घटना से मर्माहत परिजनो का रो रो कर बुरा हाल है । सुबेर की पत्नी वकीदा खातून रोते रोते एक ही रट लगा रही थी कि अब हमर सातों बेटी के भरण पोषण और शादी विवाह कोना हेते इतना कहकर बेहोश हो जाती थी । वहीँ इस घटना को लेकर पुलिस के प्रति लोगों में आक्रोश का माहौल व्याप्त है । स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि घटना को चार दिन बीत चुके है, लेकिन पुलिस अबतक घटना स्थल पर पहुंचना मुनासिब नहीं रही है जबकि आरोपी पक्षो के द्वारा बार-बार दरवाजे पर चढ़कर धमकी दिया जा रहा है कि मुकदमा वापस लो नहीं तो पूरे परिवार को जान से मार देंगे ।

परिजनों का यह भी आरोप है कि प्राथमिकी दर्ज कराने के नाम पर पुलिस द्वारा तीन हजार रुपया लिया गया तब जाकर प्राथमिकी दर्ज की गई । पीड़ित पक्ष ने बताया कि आरोपी पक्ष दबंग और पैसे वाला है इसलिए पुलिस उनके प्रभाव में रही है ।

 यहां बता दें कि आक्रोशित ग्रामीण मो जमशेद, मो जियाउल, मो ईसा, मो नजाम, मो जल्लो, मो कुद्दुस के अलावे दर्जनों लोगों ने बताया कि पुलिस द्वारा पीड़ित पक्ष पर दर्ज झूठा मुकदमा अगर 24 घन्टे के अंदर वापस नहीं लिया गया और आरोपी पक्ष को गिरफ्तार नहीं किया गया तो पुलिस के विरुद्ध उग्र आंदोलन किया जाएगा ।

इस बाबत त्रिवेणीगंज डीएसपी गणपति ठाकुर से पूछने पर उन्होंने बताया कि मामला को लेकर जांच किया जा रहा, जल्द


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