नालंदा/बिहार: जिले में मोहर्रम हर्षोल्लास और शांति पूर्ण हुई संपन्न। आपसी छिटपुट घटनाएं और तलवार बाजी में गर्दन कटने से एक की गई जान।
शहर में शांति व्यवस्था को लेकर सभी चौक चौराहों पर तैनात थे पुलिस फोर्स। पुलिस अधीक्षक निलेश कुमार जुलूस के दौरान खुद गस्ती करने में लगे रहे। जलूस में लकड़ी, बांस, बिस्किट और रूई इत्यादि से बनाए गए रंग बिरंगे ताजिया, सिपल को देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ उमड़ी। पूरा दिन शहर, या अली या हसन हुसैन के नारों से गूंजता रहा। जलूस को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सियासी और समाजसेवी लोगों के द्वारा कैम्प लगाया था जिसमें मेडिकल टीम भी उपस्थित थी।
वहीँ लाठी खिलाने के दौरान जख्मी होने होने वालों का इलाज किया जा रहा था। भराओ मोड़ पर मुस्लिम डेवलपमेंट कमिटी के कैम्प में सदर जमील अशरफ जमाली, मुरारपुर मस्जिद के पास अंजुमन मुफीदुल इस्लाम, नालंदा की कैप में अकबर आजाद, मीर अरशद हुसैन, अल्फला एसपोर्टिंग नौजवान क्लब कांटा पर कैम्प में मोहम्मद शब्बीर, मोहम्मद दानिश, गगन देवान में कैप पूर्व विधायक पप्पू खां और बड़ी दरगाह में कैम्प समाजिक कार्यकर्ता तसव्वर हसन उर्फ वम्मी के द्वारा लगाया गया था। इस तरह दर्जनों कैंप जुलूस के रास्ते पर लगाए गए थे।
इस दौरान काशी तकिया रांची रोड के समीप 2 अखाड़ों में आपसी तकरार पर जमकर हुई मारपीट जिसमें चार लोग जख्मी हो गए, इस मारपीट के दौरान एक पत्रकार को भी मामूली चोटे लगी। यह लड़ाई छज्जू मोहल्ला खरी कुआं और खासगंज के बीच हुई थी जिसमें छज्जू मोहल्ला निवासी मोहम्मद नासिर आलम वर्ल्ड, मोहम्मद खुर्शीद आलम जख्मी हो गए। दूसरी तरफ थवाई महाला का अखाड़ा पहलम के लिए बड़ी दरगाह जाते हुए सोगरा कॉलेज के पास तलवार का करतब दिखाते और भांजने के दौरान बुजुर्ग 55 वर्षीय मोहम्मद सैयूब के गर्दन में तलवार लग जाने से वह गंभीर जख्मी हो गए जिसके बाद इस अखाड़े में अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया, लोगों द्वारा उन्हें जख्मी हालत में फौरन बिहार शरीफ सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस मौत के बाद पूरे थबाई मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई और लोगों की खुशी गम में तब्दील हो गई। कुल मिलाकर जिले में शांतिपूर्ण ढंग से मोहर्रम का जुलूस संपन्न हुआ।