सुपौल : साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले संगठनों को बिहार में मिल रहा सरकारी संरक्षण-खलीकुल्लाह अंसारी

Sark International School
Spread the news

रियाज खान
संवाददाता
भीमपुर, सुपौल

छातापुर/सुपौल/बिहार : भाजपा और जदयू में फर्क खत्म, जिस तरह से भाजपा में रेपिस्ट, अपराधी, फर्जी राष्ट्रवाद का माला जपने वाले लोग जाकर राष्ट्रवादी हो जाते हैं अब जदयू भी उसी राह पर चल पङा है । कल तक जदयू में रहने वाले अनंत सिंह साफ छवि, बाहुबली और नीतीश कुमार के करीबी नेता माने जाते थे और जब से अनंत सिंह ने जदयू और नीतीश कुमार का साथ छोङा है तब से उससे बङा अपराधी बिहार में कोई नहीं लगता है । हद है यार हर दिन अपराधी खुलेआम कानून, प्रशासन और सरकार को चुनौती देकर हत्या, अपहरण, डकैती, रेप माॅबलिंचिंग जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं,  उसपर तो काबू पाने में सरकार पूरी तरह से असफल है और चले हैं कानून के साथ न्याय और फर्जी विकास की बातें करने ।

उक्त बातें खादिम ए मजलिस खलीकुल्लाह अंसारी ने मिडिया से बातें करते हुए छातापुर में कही । श्री अंसारी ने आगे कहा की भाजपा में जो नेता चाहे वह कितना बङा अपराधी या चरित्रहीन ही क्यों ना हो वह असल राष्ट्रवादी है और जिसने भाजपा के काले करतूत या भाजपा के खिलाफ जुबान खोली या पार्टी छोङी फ़ौरन ही वह नेता देशद्रोही हो जाता है, राष्ट्र विरोधी हो जाता है, उसे पाकिस्तानी तक बना दिया जाता है। अब नीतीश कुमार भी भाजपा के रास्ते पर चलना शुरू कर चुके हैं जिसकी शुरुआत अनंत सिंह से की गई है। हम यह हरगिज़ नहीं कहते कि अपराधी पर कानूनी कार्रवाई नहीं हो, बिल्कुल शिकंजा कसना चाहिए लेकिन सिर्फ ऐसे लोगों पर नहीं जो सुशासन बाबु हे अलग हो जाए। कानून सभी के लिए बराबर है। पहले वाला अब बिहार नहीं रहा, यहाँ भी बङे पैमाने पर अपराध में बढ़ोत्तरी हुई है। लोगों की हत्या आम बात हो गई, अफसरशाही पूरी तरह से हावी है, पुलिसिंग व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। ऐसा लगता है कि बिहार में पुनः जंगलराज लौट आया है।

आज भी बिहार के कई जिला (मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, छपरा आदी) में कुछ असमाजिक तत्वों और कट्टरपंथी संगठनों के द्वारा नफरत फैलाई जा रही है। दंगा के लिए उकसाया जा रहा है। कहाँ है नीतीश कुमार का सुशासन, कहाँ गया नीतीश कुमार का बिहार में दंगाईयों को बख्शा नहीं जायेगा वाला नारा। श्री अंसारी ने यह भी कहा कि पिछले महीने नीतीश कुमार ने भाजपा पर दबाव बनाने और मुसलमानों को अपनी तरफ खींचने, वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए गोपनीय ढंग से आरएसएस की सभी विंग की जाँच के लिए पत्र जारी किया था जिसपर जाँच हुआ भी नहीं पत्र को जनता में वायरल कर दिया गया। नीतीश कुमार जी बताएं इस तरह का ढोंग रचने की उनको क्या आवश्यकता पङी जब वह खुद को सुशासन बाबु और न्याय के साथ विकास करने वाला नेता बताते हैं। नीतीश कुमार के हर खेल को मुस्लिम समुदाय भी अच्छी तरह समझ रहे हैं और भाजपाई भी। नीतीश के किसी भी झांसे में मुसलमान नहीं आने वाले है जबतक भाजपा की गोद में बैठ खुद को मुख्यमंत्री बने रहेंगे और मुस्लिम समुदाय पर एकतरफा हमला में सहयोग करते रहेंगे।

आरएसएस के सभी विंग के जाँच का पत्र जारी कर नीतीश कुमार ने भले ही भाजपा पर दबाव बनाने में कामयाबी हासिल कर ली हो लेकिन मुस्लिम समुदाय पर इसका कोई भी असर नहीं हुआ। अगर भाजपा और मुख्यमंत्री की कुर्सी खिसकने का डर नीतीश कुमार को नहीं है तो सभी साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाङने वाले आरएसएस विंग की जाँच कराए, उसे बैन करे, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा के लिए भाजपा पर दबाव बनाए, विशेष राज्य का दर्जा नहीं दे तो बिहार हित में भाजपा से गठबंधन तोङे, अपराध मुक्त राज्य बनाए और विकसित राज्यों की श्रेणी में बिहार को आगे बढ़ाए ।


Spread the news
Sark International School