दरभंगा : मंदिर परिसर मेें मिट्टीकरण एव खरन्जा करण के नाम पर कार्य किये बिना कर ली कागजात पर राशि की निकासी,उच्चस्तरीय जाँच की माँग

Sark International School
Spread the news

पंकज कुमार की रिपोर्ट

मनीगाछी/दरभंगा/बिहार : केन्द्र सरकार मजदूर को रोजगार देने की उद्देश्य से कई योजना चला रही है। मनरेगा योजना धरातल पर विफल साबित हो रही है। मनरेगा योजना में व्याप्त धांधली चर्म सीमा पर है इसलिए इसका वास्तविक लाभ मजदूर को नहीं मिल रहा है।

प्रखण्ड के बघांत पंचायत वार्ड(14 )चौदह में मनरेगा योजना की मद से सार्वजनिक दुर्गा स्थान के परिसर में कागज पर ही कार्य दिखाकर मिट्टीकरण एवं खरन्जा करण के नाम पर कार्य संख्या 051900800,एडी संख्या 20278013 बिना कार्य, साईन बोर्ड लगाये तीस (30) हजार(90) नब्बे रूपये का निकासी कर लेने की मामला प्रकाश में आया है। कमिटी उपाध्यक्ष अशोक कुमार यादव ने जिलाधिकारी को इस बाबत सरकारी राशि का दुरुपयोग करने से संबंधित आवेदन देकर मंदिर परिसर में कागज पर ही कार्य दिखाकर राशि का गबन करने की उच्चस्तरीय से जाँच करने का आग्रह किया गया है साथ ही पूजा कमिटी के लोगो का कहना है कि अगर जाँच नही हुआ तो हम सभी लोग सड़क पर उतरकर जाम कर यातायात परिचालन बाधित करेंगे।

मनरेगा योजना की कार्य एव मजदूर की बात की जाये तो बाजितपुर सहित अन्य पंचायत में भी बिना साईन बोर्ड,जेसीबी मशीन से कार्य कर मजदूर के पेट पर लात मार दिया जाता है जिससे लोग दिल्ली,पंजाब,बम्बई,कलकत्ता पलायन पर मजबूर हो जाते है। इस की जानकारी पर पीओ को दी जाती है तो बहाना बनाकर कहते है बोल दिये साईन बोर्ड लगा दिया जाऐगा जबकि इनको ये भी पता नही है कि बिना साईन बोर्ड का ना कार्य और राशि निकासी किया जाना है उसके बाबजूद भी कार्य किया जाता है। इसमे कार्य करने के बाद मजदूर राशि की मांग करते रहते है जबकि सरकार की ओर से राशि छह महीने एव एक साल बाद देती है।

सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार जनप्रतिनिधियो ने ऐसे-ऐसे लोगो का जाॅप कार्ड बनाकर राशि की निकासी करवाते है कि जो पुरी तरह से सुखी सम्पन्न है। दूसरी ओर पंचायत समिति सदस्य राम सुकमार यादव,पूर्व पंचायत समिति सदस्य विन्देश्वर राम,भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के अध्यक्ष राहुल चौधरी सहित कई अन्य लोगों ने बताया कि केन्द्र सरकार ने मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के लिए मनरेगा योजना चलाई जा रही है लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि,पीओ,जेई,रोजगार सेवक की आपसी मिलीभगत से धरातल पर कार्य नहीं किये जाने की शिकायत किया जाता हैं। यहाँ तक कि एक ही योजना को बार-बार योजना संख्या का नाम बदलकर चलाए जाने की बात सामने आने व राशि गबन करने की बात पिछले सभी पंचायत समिति सदस्य ने बैठक में उठाया भी गया। इसके बाद वरीय पदाधिकारी ने जाँच करने के आश्वासन के बाद भी कभी जाँच नहीं हुई है और न ही कार्य करने की तरिके में सुधार हुआ है मनरेगा योजना में व्यापक पैमाने पर लूट खसोट हो रहा है। नेता और प्रशासन की गठजोड़ इतना मजबूत है कि मनरेगा योजना में बिना बोर्ड,बिना कार्य के भी फर्जी जाब कार्ड बनवाकर बड़ी आसानी से राशि की बंदरबांट किया जा रहा है। रोजगार देने के नाम पर पूरी तरह से मजदूर को ठगने का काम कर रही है।


Spread the news
Sark International School