लागातार बाढ़ के कारण दरभंगा ग्रामीण के हालात बिगड़ रहे, शहरी क्षेत्र में पानी स्थिर

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ज़ाहिद  अनवर (राजु)
उप संपादक

दरभंगा/बिहार : बाढ़ के पानी का बहाव का बढ़ना लगातार जारी है हालांकि कुछ क्षेत्रों में पानी घटने का काम भी जारी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सिंहवाड़ा, हनुमाननगर और कुशेश्वरस्थान में फिर से पानी में तेजी से बढ़ोतरी शुरू हो गयी है। उधर दरभंगा शहर के पश्चिमी भागों में पानी का घटना जारी है। वहीं बागमती नदी में पानी स्थिर है। वहीं सिंहवाड़ा प्रखंड क्षेत्र में गुरूवार की देर शाम से जलस्तर में वृद्धि होनी शुरू हो गयी। इस कारण एनएच 57 के दक्षिण सढ़वारा, रसलपुर, बरहुलिया, सरैया, हरपुर, अरई, विरदीपुर आदि की सड़कें पुन: बाढ़ के पानी में डूब गयी। विरदीपुर जाने के लिए त्रिमुहानी से सोनेबन होकर जाने वाला रास्ता भी पूरी तरह डूब गया है।

वहीं एनएच 57 के उत्तरी क्षेत्र में रामपुरा, सिंहवाड़ा दक्षिणी, कलिगांव, भरूल्ली आदि की स्थिति भी गंभीर है। इधर सामुदायिक रसोई में बाढ़ पीड़ितों को दिन और रात भोजन मिल रहा है। दरभंगा जिलाधिकारी के आदेश के बाद मध्य विद्यालय, रामपुरा में चल रहे सामुदायिक रसोई से अब लोगों को सुबह का अल्पाहार भी मिलना शुरू हो गया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी सिद्धार्थ कुमार और अंचलाधिकारी सुशील कुमार उपाध्याय ने बताया कि बाढ़ की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। इधर विधायक जीवेश मिश्रा और डॉ.फराज फातमी अपने कार्यकर्ताओं के साथ बाढ़ पीड़ितों का हाल-चाल पूछने के लिए गांव-गांव घूम रहें हैं। उधर कुशेश्वरस्थान के सतीघाट-राजघाट के साथ समैला-चिगरी मार्ग पानी में डूबा हुआ है। एसएच-56 को छोड़कर प्रखंड की सभी सड़कें पानी में डूबी हुई है। यातायात के लिए नाव ही सहारा है। यद्यपि बीस नावें चल रही है लेकिन पूरे प्रखंड में बीस नाव से कैसे काम चलेगा इसका अंदाजा ही लगाया जा सकता है। जहां सरकारी नावें नहीं चल रही है वहां निजी नाव वाले मनमाना भाड़ा वसूल कर रहें हैं। जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से लोगों के घरों में भी पानी फैलने लगा है और स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती ही जा रही है।

वहीं आज भारी बारिश हुई। जिससे कुशेश्वरस्थान बाजार में अवस्थित दुकानों में भी पानी प्रवेश कर गया। नदियामी महादलित टोले से विस्थापित हुआ परिवार बिरौल बांध पर शरण लिया हुआ है। विस्थापित ग्रामीणों ने बताया कि 8 दिनों से बांध पर हैं और 23 जुलाई को सरकार की ओर से एक पॉलिथीन सीट मिला है।


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