मधेपुरा/बिहार : योग मानव जीवन के लिए बेहद जरूरी है। इससे हमारा शारीरिक, मानसिक एवं नैतिक विकास होता है।
यह बात कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय ने कही. वे शुक्रवार को दीक्षांत समारोह स्थल पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह का उद्घाटन कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में किया गया था। कुलपति ने सभी छात्र-छात्राओं, कर्मचारियों, शिक्षकों तथा पदाधिकारियों से नियमित योग करने की अपील की। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के धरना स्थल पर योग कक्षा शुरू की गई है। यह कक्षा प्रतिदिन सुबह छह बजे से सात बजे तक चलेगी। वहां पर सारी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं। शौचालय सहित दरी, त्रिपाल एवं मैट उपलब्ध करा दिए गए हैं। सभी इसका लाभ उठाएं।
योग विश्व को भारत की एक महत्वपूर्ण देन:- कुलपति ने कहा कि योग विश्व को भारत की एक महत्वपूर्ण देन है। भारत योग एवं आध्यात्म के बल पर ही विश्वगुरू के रूप में प्रतिष्ठित था। इसके माध्यम से ही भारत को पुनः विश्वगुरू बनेगा। कुलपति ने कहा कि आज पूरी दुनिया मानसिक परेशानी के दौर से गुजर रही है। योग के द्वारा ही हम इससे निजात पा सकते हैं। पूरी दुनिया के लोग आज मानसिक अशांति से उबरने के लिए भारत की ओर आशा भरी निगाहों से देख रही है। दुनिया के विभिन्न देशों में योग लोकप्रिय हुआ है और पूरी दुनिया से लोग योग एवं आध्यात्म के लिए भारत आ रहे हैं। योग शिक्षक पृथ्वीराज यदुवंशी ने उपस्थित लोगों को आसन एवं प्राणायाम का अभ्यास कराया। योग प्रशिक्षिका रूबी एवं माया ने उनका सहयोग किया।
कार्यक्रम में ताराशन, वृक्षासन, चक्रासन, अर्धचक्रासन, मक्रासन, पवनमुक्तासन, शवासन आदि का अभ्यास कराया गया। कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, शीतलक प्राणायाम, प्रणवध्यान आदि का भी अभ्यास कराया गया।
इस अवसर पर वित्तीय परामर्शी सुरेश चंद्र दास, डीएसडबल्यू डा शिवमुनि यादव, प्रभारी समन्वयक डा अभय कुमार यादव, सीनेटर डा नरेश कुमार, उप कुलसचिव वित्त डा एसके पोद्दार, विकास पदाधिकारी डा ललन प्रसाद अद्री, खेल एवं सांस्कृतिक परिषद् के संयुक्त सचिव डा शंकर कुमार मिश्र, पीआरओ डा सुधांशु शेखर, सीनेटर रंजन यादव, दिलीप कुमार दिल आदि उपस्थित थे।