मुजफ्फरपुर/बिहार : चमकी बुखार के कहर को देखते हुये जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारियो के साथ-साथ सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारियो को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि बच्चो के इलाज में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।
उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां इलाज को लेकर तत्पर रहे वही ग्राउंड लेबल पर आम आवाम को जागरूक करने का कार्य भी बखूबी करें।निर्देश दिया कि सभी आंगनवाड़ी सेविका, सहायिका, आशा और ए एन एम को वार्ड स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम में तत्काल उनकी सहभागिता सुनिश्चित करावे।
बैठक में उपस्थित सिविल सर्जन ने अपील किया है कि यदि बच्चे में ऐसा कोई लक्षण दिखाई दे तो तत्काल उसे नजदीक के अस्पताल में ले आये। डीएम ने स्वास्थ विभाग को निर्देश दिया कि इलाज का तात्कालिक व्यवस्था करे, किसी भी सूरत में विलंब न हो। सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि घर-घर मे ओ आर एस उपलब्ध करावें। स्पष्ठ लहजे में कहा कि इस विषम घड़ी में यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही हुई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले अभी तक के रिपोर्ट के अनुसार मुजफ्फरपुर जिले में इस बीमारी के कुल 124 केस सामने आए जिसमे कुल 30 बच्चो की मौत हुई है जिसमे 07 KDKM में और 23 SKMCH में। मुशहरी प्रखंड में 24 केस सामने आए जिसमे 8 की मौत हुई है।
बैठक मेंDDC, उज्ज्वल कुमार सिंह, सिविल सर्जन ,DPRO,DPO-ICDS, DPM , गोपनीय प्रभारी ,सभी प्रखंडों के चिकित्सा प्रभारी,सभी सी डी पी ओ एवं एल ०एस उपस्थित थे।