दरभंगा/बिहार : राजद के कद्दावर नेता सह पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. अली अशरफ फातमी का मधुबनी लोकसभा से चुनाव लड़ने का टिकट कट गया है।
आज वो पटना से लौटने के बाद पहले तो पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी कार्यालय स्थित खावजासराय में बैठक की उसके बाद उन्होंने प्रेस को सम्बोधित किया। संबोधित करने के दौरान उनका दर्द साफ झलक रहा था।
उन्होंने कहा कि जिस पार्टी को हमने अपने जीवन का 30 महत्वपूर्ण साल दिया, जिस पार्टी के लिए जमीन गिरवी रखकर पार्टी के लिए 38 लाख खर्च किए, पार्टी के हर अच्छे और बुरे समय मे साथ खरे रहे उस पार्टी ने वफादारी का ये सिला दिया की विश्वास में रखकर मेरा ही टिकट काट दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि पार्टी के कहने पर ही हमने मधुबनी लोकसभा जाकर पार्टी के लिए प्रचार प्रसार में लगे थे। उनसे जब पूछा गया कि अब आगे क्या करेंगे तो उन्होंने कहा कि हम आपने कार्यकर्ताओ के साथ मंथन कर रहे है और 3 अप्रील तक विधिवत कोई बड़ा फैसला लेंगे।
बातो ही बातों में उन्होंने तंज मारते हुए कहा कि हम भाजपा के शाहनवाज़ हुसैन नही जो बिना कारण बताए टिकट से वंचित रखा जाए और हम सहन कर ले। आज के प्रेसवार्ता से ये तो स्पष्ट हुआ कि वो मधुबनी लोकसभा से चुनाव तो लड़ेंगे लेकिन किसी सिम्बोल पर लड़ेंगे या निर्दलीय ये स्पष्ट नही हो पाया। उनके साथ पार्टी के सैकड़ो कार्यकर्ता तो मौजूद थे लेकिन कुछ बड़े चेहरे नदारद भी दिखे, यहाँ तक कि उनके सुपुत्र विधायक डॉ फ़राज़ फातमी भी नही दिखे। टिकट कटने का तो उन्होंने स्पष्ट कारण नही बताया लेकिन ये माना जा रहा कि राजद की गुटबंदी और एक कद्दावर नेता के गद्दारी के शिकार ज़रूर हुए है।
बहरहाल आने वाला दो तीन दिन मिथिलांचल की राजनीति के महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इस दो तीन दिनों में कई उतार चढ़ाव देखने को मिलेगा।