मधेपुरा : कदाचारमुक्त परीक्षा के दावे की खुलेआम उड़ रही धज्जियाँ, परीक्षा शुरू होते ही बनने लगते हैं चिट-पुर्जे, लेकिन प्रशासन की नजर में यह सिर्फ अफवाह, क्या है माजरा ?   

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क्या परीक्षा से पूर्व ही लिक हो जाते है प्रश्न-पत्र ? अभिभावक के मोबाइल पर कहाँ से आता है प्रश्न पत्र ? क्या परीक्षा केंद्र के अन्दर खुलेआम कदाचार हो रही है ? परीक्षा पहले परीक्षा से ज्यादा चिट पुर्जे समेटने में परेशान दीखते हैं परीक्षार्थी  परीक्षा आरंभ होने के बाद ही चिट बनाने में लग जाते अभिभावक  परीक्षा केन्द्रों के बाहर खुलेआम चलता है चित-पुर्जे का कारोबार

अमित कुमार
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार :  जिला प्रशासन के इतनी मुस्तैदी और सख्ती के बावजूद परीक्षा के आरंभ होती खुलेआम चिट पुर्जे बनने शुरू हो जाते हैं। परीक्षा शुरू होने से पहले या परीक्षार्थी के केंद्र के अंदर जाने से पहले परीक्षार्थी परीक्षा से ज्यादा चिट पुर्जे समेटने में परेशान रहते हैं। प्रशासन की इतनी शक्ति के बावजूद भी परीक्षार्थी के अभिभावकों द्वारा केंद्र के आसपास चिट बनाया जाता है। कुछ केंद्रों पर परीक्षा आरंभ होने के बाद ही अभिभावक चिट बनाने में लग जाते हैं। कुछ परीक्षार्थी तो परीक्षा के समय के कुछ देर बाद परीक्षा केंद्र के अंदर जाते हैं। इसका मतलब यह है कि परीक्षा केंद्र के अंदर खुलेआम कदाचार हो रही है। परीक्षा शुरू होने से पहले ही अभिभावक के मोबाइल पर प्रश्न पत्र आता है और जिसका उत्तर बनाकर परीक्षार्थी केंद्र के अंदर जाते हैं। हालांकि अधिकारियों द्वारा इसे मात्र एक अफवाह बताया गया है। परीक्षा को कदाचार मुक्त परीक्षा बनाने के लिए जिला पदाधिकारी के आदेशानुसार परीक्षा केंद्र के बाहर सभी परीक्षार्थियों का जूता चप्पल स्वेटर जैकेट मफलर खोलने का आदेश दिया गया था. इतनी शक्ति के बावजूद भी अगर परीक्षार्थी चीट केंद्र के अंदर ले जाने में सफल हैं तो कहीं ना कहीं प्रशासनिक चूक हो रही है।

आदर्श केंद्र पर कचरा का भंडार
जिला पदाधिकारी के आदेशानुसार सदर जिले में तीन मॉडल केंद्र बनाये गये हैं। जिसे आदर्श केंद्र भी कहा जाता है। जहां सिर्फ छात्राओं का केंद्र हुआ है। परीक्षा केंद्र को आदर्श परीक्षा केंद्र किस लिए बनाया जाता है कि जहां छात्रा खुले एवं स्वच्छ वातावरण में परीक्षा दे सकें। सेंटर को गुब्बारे एवं पोस्टरों से सजाया गया था। परीक्षा केंद्र हर तरफ से लुभावनी नजर आते हैं। परीक्षा केंद्र मॉडल सेंटर बनाने का मुख्य कारण यह है कि मैट्रिक परीक्षा परीक्षार्थियों के लिए पहली बोर्ड परीक्षा होती है। दूर दराज एवं ग्रामीण इलाके से आये छात्राओं के मन में परीक्षा का भय दूर रहे। लेकिन कॉलेज चौक स्थित शांति आदर्श मध्य विद्यालय आदर्श परीक्षा केंद्र की स्थिति कुछ और ही बयां कर रही है। परीक्षा केंद्र के मुख्य द्वार पर कूड़ा कचरा का ढेर जमा रहता है। परीक्षा केंद्र के आसपास स्थानीय लोगों एवं दुकानदारों द्वारा सारा कचरा विद्यालय के मुख्य द्वार पर फेंक दिया जाता है। जिसके कारण वहां परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों को काफी परेशानी होती है। क्योंकि परीक्षा शुरू होने से पूर्व जांच के दौरान इसी कचरे के पास छात्राओं को लाइन में खड़ा होना पड़ता है। जिसके कारण कचरे से आने वाली दुर्गंध से परीक्षार्थी परेशान रहते हैं। परीक्षा के कारण परीक्षा के समय जिले के कई अधिकारियों का जांच के लिए विद्यालय आना होता है, लेकिन किसी की भी नजर इस कचरे पर नहीं जाती है।

 हालांकि सोमवार को जांच के दौरान पहुंचे अधिकारियों ने कचरा देखकर नाराजगी व्यक्त की। साथ ही उन्होंने कहा कि आदर्श परीक्षा केंद्र को आदर्श बनाने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है।

कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण संपन्न हुई चौथा दिन की परीक्षा 

मैट्रिक परीक्षा के चौथा दिन सोमवार को प्रशासन के कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न हुआ। सोमवार को दोनों ही पाली में गणित विषय की परीक्षा ली गई। परीक्षा केंद्रों पर छात्र – छात्राओं की सघन जांच के उपरांत ही सेंटर तक जाने दिया जा रहा था। जिला प्रशासन के सख्त रवैये एवं पुख्ता व्यवस्था के कारण जिले में शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न हुआ।

सदर एसडीएम वृंदा लाल, सदर एसडीपीओ वसी अहमद सहित सभी उच्च अधिकारी सभी केंद्रों पर मॉनिटरिंग करते रहे, साथ ही केंद्रों के अधिकारी एवं अभिभावकों को निर्देश देते रहे। केंद्र के आसपास या केंद्र से दो सौ मीटर की अंदर में खड़े अभिभावकों से प्रशासन ने सख्ती से कार्रवाई की। परीक्षा केंद्र के आस पास कोई भी घटना न हो तथा केंद्र के आसपास अभिभावक खड़े न रहें, इसके लिए जिला प्रशासन तथा केंद्र के द्वारा समय -समय पर माइक के द्वारा प्रचार प्रसार किया जाता रहा। जिले के जिला पदाधिकारी से लेकर सभी अधिकारी, सभी सेंटरों और आसपास के जगहों पर मॉनिटरिंग करते नजर आये।

जिला पदाधिकारी के आदेशानुसार अभिभावकों को पहले ही सूचित कर दिया गया था कि हर परीक्षा केंद्र से अभिभावक सौ मीटर की दूरी के अंदर नहीं रहेंगे और परीक्षा के कारण सेंटर पर 144 धारा लागू की गई थी। जिसके कारण अभिभावक परीक्षा केंद्रों से दो सौ मीटर की दूरी पर ही अपने परीक्षार्थी का इंतजार करते रहे। पूर्व की तरह सोमवार को भी सड़कों की हालत अस्त व्यस्त रही। परीक्षा के कारण केंद्र के आसपास एवं मुख्य सड़कों पर पूरी तरह जाम रहा, जो कि सड़कों पर दिखी लगभग शहर के सभी चौक – चौराहों पर भीड़ के कारण आम जनों में अफरा – तफरी का माहौल रहा। परीक्षा खत्म होने के बाद सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रही। जिसके कारण परीक्षार्थी एवं अभिभावक परेशान दिखे। 

तीन मेट्रिक परीक्षार्थी निष्कासित

सोमवार को बीएनएमभी कॉलेज साहूगढ़ के परीक्षा केंद्र से तीन मेट्रिक परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया। मिली जानकारी के अनुसार द्वितीय पाली की परीक्षा में दुधेला वार्ड नं 09 के निवासी नारायण पासवान के पुत्र आशीष कुमार व वार्ड नं 07 के निवासी सुरेश प्रसाद यादव के पुत्र राजकुमार सहित सुखासन निवासी दिनेश पासवान के पुत्र अमर कुमार को कदाचार के आरोप में निष्कासित किया गया।


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