मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : गुरुवार को मुरलीगंज के नाढ़ी पंचायत के पखोरिया टोला में बिजली विभाग की मनमानी को लेकर ग्रामीणों की एक बैठक हुई. बैठक में मुख्यरूप से बिजली विभाग द्वारा बिजली बिल में मनमानी, मुरलीगंज बिजली विभाग के जेई द्वारा स्थानीय किसान के साथ मारपीट करने, झूठे मुकदमे में फंसाने व बिजली बिल भुगतान करने पर रसीद नहीं देने इत्यादि मुद्दों पर बात हुई.
मौके पर उपस्थित एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि बिजली विभाग की मनमानी एवं तानाशाही सर्वविदित है. बिजली खपत से अधिक बिल भेजना तो जैसे आम बात हो गई है, लेकिन जिस प्रकार से जेई द्वारा ग्रामीण किसान के साथ बदसलूकी, मारपीट एवं झूठे मुकदमे में फसाने का मामला सामने आ रहा है, यह बहुत ही दुखद है. उन्होंने कहा कि दर्जनों लोगों द्वारा बिजली बिल भुगतान किया गया, लेकिन उन्हें उसका कोई रसीद नहीं दिया गया है. निशांत यादव ने बताया कि ग्रामीणों का कहना है कि बिजली बिल जमा लेने के लिये अलग-अलग लोग आते हैं, भुगतान रसीद नहीं देते हैं. इसकी शिकायत जब जेई से की जाती है तो वो अनसुना कर देते हैं और अकारण बिजली कनेक्शन काट देते हैं.
जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि बिजली विभाग की इस प्रकार की तानाशाही बर्दास्त नहीं की जायेगी. बिजली विभाग एवं जिला प्रशासन से हमारी मांग है की अविलंब मुरलीगंज जेई को हटाया जाये, पीड़ित किसान पर से फर्जी मुकदमा वापस लिया जाये, बिजली बिल जमा लेने के लिए विभाग द्वारा एक स्थाई कर्मी नियुक्त किया जाये एवं पुरे बस्ती का मीटर बदला जाये, अन्यथा हम आंदोलन को बाध्य होंगे. एसएफआई जिलाध्यक्ष राजदीप कुमार ने कहा कि बिजली विभाग की मनमानी से आम जनता त्रस्त है, लेकिन जिला प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंग रहा है. जिला प्रशासन एवं बिजली विभाग की चुप्पी आम जनता को आंदोलन के लिय उकसा रही है.
बैठक में पांचू कुमार, शंभू यादव, सुशांत यादव, प्रशांत यादव, पवन शर्मा, ललटू शर्मा, अंकित यादव, गुड्डू यादव, कुश कुमार, पप्पू कुमार, गौरव यादव, संजय शर्मा, विनोद शर्मा, रघो शर्मा, पंकज यादव, जगदीश यादव, अंकेश यादव, सदानंद शर्मा, सुजीत यादव, छोटकन कुमार, गणेशी, उदो यादव, विकेश यादव, नागों शर्मा, लोकन शर्मा, छूतहरू शर्मा, कमल शर्मा, अमर यादव मौजूद थे.