मधेपुरा/बिहार : छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के एक प्रतिनिधि मंडल ने आज बीएनएमयू आइसा विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली के नेतृत्व में सदर थाना में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या करने की साजिश रचने का मामला दर्ज कराकर सुरक्षा की गुहार लगाई है ।
सदर थाने दिए आवेदन में आइसा विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने बताया कि बीएनएमयू में उनके द्वारा लगातार छात्र हितों के लिए, सत्र नियमितीकरण, समय पर नामांकन, समय पर परीक्षा परिणाम, व्याप्त अराजकता, भ्रष्टाचार एवं भ्रष्ट अधिकारियों की मनमानी के खिलाफ आवाज उठाने के कारण कुछ तथाकथित लोगों द्वारा उन्हें जान से मारने की एक बहुत बड़ी साजिश रची जा रही है। अरमान अली ने बताया कि बीते दिनों बीएनएमयू में उन्होंने छात्र संगठन आइसा के बैनर तले छात्र हितों में लगातार संघर्ष, मांग पत्र, धरना प्रदर्शन एवं तालाबंदी किया था, जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है एवं विश्वविद्यालय में सत्र नियमित काफी तेजी से हो रहा है और बीते दिनों भ्रष्ट अधिकारियों को पद से हटाया भी गया और कुछ भ्रष्ट अधिकारियों को हटाने पर कार्रवाई चल रही है।
छात्र नेता ने बताया कि कल बीएनएमयू परिसर में दिन के लगभग 4:30 बजे एकाएक लगभग 10-15 की संख्या में कुछ अज्ञात लोगों ने एक बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए 2 घंटे तक विश्वविद्यालय परिसर में एवं बाहर निकलने के बाद भी उनका पीछा किया लेकिन उनके साथ कुछ छात्र प्रतिनिधि रहने के कारण वो लोग किसी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे पाए।
आइसा जिला संयोजक पावेल कुमार ने कहा कि अध्यक्ष अरमान अली बीते 6 महीने से लगातार भ्रष्ट विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाता आ रहा है एवं छात्र हितों में कई मांगों को पूरा करवाया है, इनके साथ ऐसी घटना काफी निंदनीय है। वहीं जिला संयोजक पावेल कुमार ने कहा कि इस मामले अगर पुलिस प्रशासन द्वारा जल्द ही कोई ठोस कारवाई नहीं की गई तो छात्र संगठन आइसा के बैनर तले आंदोलन किया जाएगा। विश्वविद्यालय उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार एवं निभा कुमारी ने कहा कि अरमान अली ने हमेशा सच्चाई एवं इमानदारी से छात्र हितों में काम किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिन अधिकारियों को पद मुक्त किया वह अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं और किराये के गुंडे के द्वारा अरमान अली पर हमला करवाने की साजिश रच हैं जो काफी निंदनीय है। अरमान अली ने हमेशा छात्र हितों में काम किया है एवं हमेशा विश्वविद्यालय की मान मर्यादा का ख्याल रखा है।