मधेपुरा//बिहार : जिले के सदर प्रखंड में 29 सितंबर को हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का परिणाम शुक्रवार को दिन के लगभग 11 बजे से आना प्रारंभ हो गया. जिसके बाद संबंधित पंचायत क्षेत्र के मतदाताओं एवं समर्थकों द्वारा अपने-अपने प्रत्याशियों के संबंध में जानकारी हासिल करने की होड़ लग गई. प्रत्याशियों के समर्थक एवं मतदाता एक दूसरे के फोन करके परिणाम के पद पर की जानकारी से अपडेट हो रहे थे. वहीं लोग जल्द से जल्द परिणाम की अपेक्षा रख रहे थे. पहली बार पंचायत चुनाव में ईवीएम के माध्यम से चुनाव एवं परिणाम निकाले जा रहे थे. देर शाम तक मुखिया से लेकर जिला परिषद के परिणाम आते रहे. जैसे-जैसे चुनाव के परिणाम आते गये, वैसे-वैसे क्षेत्र एवं पंचायत में कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल दिखने लगा.
समर्थकों ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर व मिठाई खिलाकर दी बधाई : चुनाव के परिणाम आते ही लोग अपने प्रत्याशी के विजय होने के बाद मिठाइयां बांटते नजर आये तो कहीं समर्थक गुलाल लगाकर एक दूसरे को बधाई देते दिखे. जबकि दूसरी जो प्रत्याशी हार गये, उनके समर्थकों के चेहरे पर मायूसी दिखाई देने लगी. देर शाम तक सभी लोग अपने अपने पंचायत क्षेत्र के अपने-अपने प्रत्याशियों का परिणाम जानने का प्रयास करते रहे और जैसे ही परिणाम की घोषणा होती थी, वैसे ही समर्थक अपने प्रत्याशियों के समर्थन में नारे लगाने लगते थे. सदर प्रखंड क्षेत्र होने के कारण प्रत्याशियों के अधिक से अधिक समर्थक एवं मतदाता मतगणना केंद्र पर पहुंचे हुए थे जिसके कारण सदर प्रखंड कार्यालय से लेकर मतगणना केंद्र एवं बीएन मंडल गोलंबर तक लोगों की भीड़ जुटी रही.
युवा प्रत्याशियों पर मतदाताओं ने जताया भरोसा : सदर प्रखंड 17 पंचायत में इस बार के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदाताओं ने ज्यादातर पुराने प्रतिनिधियों को नकार दिया है और नए प्रत्याशियों पर भरोसा जताया है. इस वर्ष खासकर मुखिया प्रत्याशियों के रूप में नये चेहरे नजर आ रहे हैं. साथ ही ज्यादातर युवा प्रत्याशियों को मतदाताओं ने अपना मत देकर आगे किया है. शुक्रवार को पूरे दिन बाजार में केवल चुनावी चर्चा होती रही. लोग चाय की चुस्कियों के साथ विभिन्न चौक-चौराहों पर चुनाव के परिणाम एवं जीतने-हारने वाले प्रत्याशियों को लेकर चर्चा करते दिखे. चिलचिलाती धूप होने के बावजूद भी सड़कों पर लोगों की भीड़ कम होती नहीं दिख रही थी. जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा था, वैसे वैसे लोगों की भीड़ मतगणना केंद्र पर बढ़ती जा रही थी.
मतगणना केंद्र पर की गई थी पुलिस बल की भारी तैनाती : मतगणना केंद्र ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय में चाक-चबंद व्यवस्था की गई थी. जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा एवं पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार लगातार मतगणना का जायजा ले रहे थे. मतगणना केंद्र के अंदर एवं बाहर तथा चौक-चौराहों पर पुलिस बल की भारी तैनाती की गई थी. मतगणना के लिए मतगणना कर्मी ससमय केंद्र पर उपस्थित हो चुके थे. जिसे पुरुष एवं महिला पुलिस कर्मियों तथा अधिकारियों के द्वारा जांच के बाद अंदर भेजा जा रहा था. साथ ही प्रशासन द्वारा बारी बारी से सभी पंचायत के प्रत्याशियों को अंदर आने की अनुमति दी जा रही थी. जिसे भी बारीकी से जांच करने के बाद ही अंदर भेजा जा रहा था. प्रत्याशियों के साथ किसी भी तरह का सामान अंदर ले जाने की अनुमति नहीं दी गई थी. मतगणना के दौरान सदर अनुमंडल पदाधिकारी नीरज कुमार एवं सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजय नारायण यादव समेत अन्य अधिकारी स्वयं सभी मतगणना काउंटर एवं परिसर के अंदर बाहर नजर बनाये हुए थे.
जाम के कारण शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से रही ध्वस्त : मतगणना के दौरान लोगों की भीड़ जमा होने के कारण सदर प्रखंड कार्यालय से लेकर बीएन मंडल गोलंबर तक सडक़ पूरी तरह से जाम हो चुकी थी. स्थिति ऐसी हो गई ठीक है वाहनों को तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो चुका था. प्रत्याशियों की समर्थक एवं मतदाता पूरी तरह से मतगणना केंद्र के सामने डटे हुए थे. लोग परिणाम जानने की कोशिश के कारण केंद्र के सामने से हटने को तैयार नहीं थे. इस दौरान ट्रक बस एवं अन्य भारी वाहनों के गुजरने की कारण सड़कें पूरी तरह से थम जाती थी. जाम के कारण शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त नजर आ रही थी. जिसके कारण चंद कदम की दूरी तय करने में घंटे भर से अधिक का समय लग रहा था. हालांकि इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के जवान तैनात रहे. ऐसे में भीड़ अधिक होने से सड़क पर सुबह से शाम तक बार-बार जाम के हालात बने रहे. इससे वाहन चालकों व पैदल राहगीरों को आवाजाही में परेशानी हुई.
खूब बिकी फूल माला एवं मिठाई, दुकानदारों ने बदले रोजगार : चुनाव परिणाम आने के बाद समर्थक, विजेता प्रत्याशियों का माला पहनाकर स्वागत किया. अपने प्रत्याशियों की जीत पर एक-दूसरे को मिठाई खिलाते दिखाई दिये. ऐसे में फूल मालाओं व मिठाई प्रतिष्ठानों पर भीड़ नजर आई और विक्रेताओं की अच्छी बिक्री हुई. सदर प्रखंड के 17 पंचायत के जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, ग्राम पंचायत मुखिया, ग्राम कचहरी सरपंच, वार्ड सदस्यों एवं पंचों के 518 पदों के चुनाव के मतगणना को लेकर मिठाई प्रतिष्ठानों एवं फूल मालाओं के दुकानदारों में भी पूर्व से तैयारी कर ली थी. मतगणना केंद्र के आसपास सड़क किनारे दुकानदारों ने फूल मालाओं की दुकान लगा रखी थी. वहीं कई दुकानदारों ने समय को देखते हुए रोजगार बदल दिया और पूर्व से चल रहे दुकान का सामान बेचना छोड़कर, फूल माला बेचना शुरू कर दिया.

उप संपादक