मधेपुरा/बिहार : जिला मुख्यालय स्थित टीपी कॉलेज मतगणना केंद्र पर कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार को मतगणना कार्य संपन्न हो गया। मधेपुरा से राजद प्रत्याशी प्रो. चंद्रशेखर ने जदयू प्रत्याशी निखिल मण्डल को तो सिंघेश्वर विधानसभा से राजद प्रत्याशी चंद्रहास चौपाल ने बिहार सरकार के मंत्री जदयू प्रत्याशी डॉ. रमेश ऋषिदेव को किया पराजित, वही आलमनगर विधानसभा से बिहार सरकार के काबीना मंत्री, जदयू प्रत्याशी, नरेंद्र नारायण यादव ने राजद प्रत्याशी ई. नवीन कुमार निषाद को एवं बिहारीगंज विधानसभा से जदयू प्रत्याशी निरंजन मेहता ने कॉंग्रेस प्रत्याशी सुभाषिनी शरद यादव को हराकर पुन: अपना सीट कायम रखा। हालांकि देर शाम तक मतगणना का कार्य जारी था, इसलिए खबर प्रेषित होने तक आधिकारिक घोषणा नहीं की गई ।
मतगणना को लेकर शहर में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गयी थी, मतगणना केंद्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। मतगणना हॉल में प्रवेश करने के लिए लोगों को त्रिस्तरीय जाचं से गुजरना पड़ रहा था। इस दौरान मतगणना केंद्र के मुख्य प्रवेश द्वार पर सुरक्षा कर्मी आने जाने वाले हर व्यक्ति का मेटल डिटेक्टर से जांच कर रहे थे। टीपी कॉलेज के आसपास के क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में पुलिस बलों को लगाया गया था। इस दौरान जिला मुख्यालय के विभिन्न चौक चौराहो पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी द्वारा वाहनों की सघन चेकिंग की जा रही थी, वहीं संदिग्ध व्यक्तियों से सघन पूछताछ की गयी।
मतगणना के दौरान डटे रहे सभी अधिकारी : मतगणना के दौरान आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर पुलिस पैनी नजर बनाये हुए थी। कमांडो दस्ता की टीम शहर में बाइक से पेट्रोलिंग करते रही थी, मतगणना हॉल में मतगणना पर्यवेक्षक एवं मतगणना सहायक, माइक्रो ऑब्जर्वर, निर्वाचन आयोग द्वारा प्राधिकृत व्यक्ति एवं प्रेक्षक, निर्वाचन कार्य में प्रतिनियुक्त लोक सेवक, अभ्यर्थी एवं उनके निर्वाचन अभिकर्ता को अंदर जाने की अनुमति थी। मीडिया पास प्राप्त मीडियाकर्मी के अलावा अन्य व्यक्ति के जाने पर मनाही रही, सभी हॉल के बाहर पुलिस पदाधिकारियों की नियुक्ति की गयी थी, मतगणना के दौरान मुख्य पर्यवेक्षक, जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला, पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार, सदर अनुमंडल पदाधिकारी नीरज कुमार सहित अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी मतगणना केंद्र पर डटे रहे, साथ ही केंद्र के आस पास के स्थिति का जायजा लेते रहे।
आने जाने वाले हर व्यक्ति पर पुलिस की बनी रही नजर : जिला मुख्यालय के विभिन्न चौक चौराहों पर वाहन सहित संदिग्ध व्यक्तियों की जांच करने के लिए दंडाधिकारी व पुलिस बल को लगाया गया था। इसके अलावा नगर भ्रमण के लिए प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी मतगणना के दौरान शहर में गश्ती करते रहे एवं आने जाने वाले हर व्यक्ति पर उनकी पैनी नजर बनी रही। मतगणना केंद्र में प्रवेश के लिए त्रिस्तरीय जांच से लोगों को गुजरना पड़ा। इस दौरान प्रवेश करने वाले व्यक्ति का सघन फायर स्कैनिंग की गयी। मतगणना केंद्र में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के अलावे माचिस पर भी प्रतिबंध लगा हुआ था। कोई भी व्यक्ति माचिस के अलावे किसी प्रकार के हथियार लेकर मतगणना केंद्र में प्रवेश नहीं कर सकते थे।
चुस्त दुरूस्त रही मतगणना केंद्र की सुरक्षा : मतगणना केंद्र के आसपास एवं संवेदनशील स्थानों पर विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए भारी संख्या में दंडाधिकारी व पुलिस बल तैनात थे। इस दौरान मतगणना केंद्र पर प्रतिनियुक्त सीआइएसएफ के जवान के अलावा पुलिस बल हर गतिविधि पर नजर बनाये हुए थे, वहीं दूसरे और तीसरे स्तर पर बीएमपी के जवान को तैनात दिखे. मौके पर किसी भी प्रत्याशी या उनके निर्वाचन अभिकर्ता के साथ किसी भी सुरक्षा गार्ड को मतगणना केंद्र के भीतर प्रवेश की अनुमति नहीं दी गयी।
सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू : मंगलवार की सुबह आठ बजे से मधेपुरा जिले के चारो विधानसभा क्षेत्र की मतगणना प्रारंभ कर दी गयी। मतगणना केंद्र पर आलमनगर, बिहारीगंज, मधेपुरा एवं सिंहेश्वर विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग-अलग विधानसभा वार मतगणना केंद्र बनाया गया था। मुख्य द्वार के पास लाउड स्पीकर लगाया गया था ताकि मतगणना की अद्यतन जानकारी की उद्घोषणा समर्थक सुन सकें।
सुरक्षा के लिए लगाए गये थे बैरियर : इसके अलावा मतगणना केंद्र के आसपास कई बैरियर लगाए गये थे ताकि अनावश्यक भीड़ न उत्पन्न हो, पीएचईडी कार्यालय के समीप, ब्लॉक कार्यालय के समीप, पीएस कॉलेज के समीप, पश्चिमी बाय पास रोड पर, प्रोफेसर कॉलोनी की ओर जाने वाली सड़क पर, बेल्हा घाट के समीप एवं बस स्टैंड के समीप बैरियर लगाया गया था, वहीं कॉलेज चौक गोलंबर के समीप, ब्लॉक कार्यालय के समीप, विश्वविद्यालय के समीप, पूर्णिया गोला चौक के समीप, कर्पूरी चौक के समीप एवं सुभाष चौक के समीप के समीप दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।