मधेपुरा : शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ आखरी चरण का मतदान, जिले में 56.56 % मतदान, प्रत्याशियों की किस्मत EVM में कैद

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अमित कुमार अंशु
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : शनिवार को जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया, सभी विधानसभा क्षेत्र में चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण मतदान हुआ।  चुनाव आयोग के निर्देश पर सभी मतदान केंद्रों पर अर्द्धसैनिक बल को लगाया गया था। बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत शनिवार को सुबह सात बजे से जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान हुआ। मतदान के लिए सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी, कोरोना काल में हो रहे चुनाव को लेकर पूरी व्यवस्था की गई थी। कोरोना का संक्रमण न फैले इसके लिए सेनेटाइजर व दस्ताने की व्यवस्था की गई थी। बूथों की संख्या बढ़ाये जाने के कारण वोटरों को कोई परेशानी नहीं हुई। मतदाताओं को किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े इसके लिए लगातार सदर एसडीपीओ अजय नारायण यादव, सदर एसडीएम नीरज कुमार, सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी आर्य गौतम, सदर अंचलाधिकारी योगेंद्र दास, सदर थानाध्यक्ष सुरेस प्रसाद सिंह समेत अन्य अधिकारी क्षेत्रों का ब्राह्मण करते दिखे, जिसका निरीक्षण स्वयं जिला पदाधिकारी से जिला निर्वाचन पदाधिकारी नवदीप शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार कर रहे थे। वहीं सभी मतदान केंद्रों पर स्काउट एवं गाइड द्वारा सहयोग किया जा रहा था।

मधेपुरा विधानसभा में कैसा रहा आखरी चरण का मतदान, देखिए इस रिपोर्ट में

पहली बार मतदान करने का दिखा उत्साह : विधानसभा चुनाव में महिला वोटरों ने पूरे उत्साह के साथ बढ़-चढ़ कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। हालांकि कुछ जगहों को छोड़ कर लगभग दोपहर के समय अधिकांश बूथों पर मतदाताओं की संख्या कम दिखी। दोपहर बाद उनमें इजाफा हुआ और लोग कतार में लग कर अपने वोट डाले। पहली बार मतदान करने पहुंचे युवक-युवतियों में कुछ अलग उमंग दिखा।

मधेपुरा : पहली बार मतदान करने का दिखा उत्साह, जिले में 56.56 % हुआ मतदान

वोटरों को घरों से निकालने के लिए बेचैन दिखे समर्थक : मधेपुरा विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों के मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतार देखी गई। प्रत्याशियों के समर्थक लोगों को घरों से निकालने के लिए मान-मनौव्वल भी करते दिखे। कई जगहों पर प्रत्याशियों के समर्थक मोबाइल फोन एवं ह्वाट्सएप पर भी सुबह से लोगों को मतदान के लिए तैयार रहने की अपील करते दिखे।

नहीं दिखा शारीरिक दूरी का पालन : मतदान के दौरान मधेपुरा विधानसभा क्षेत्र में मतदान के दौरान कई मतदान केंद्रों पर शारीरिक दूरी के पालन करने में कोताही बरती गई। मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं को मत का प्रयोग करने की होड़ में उन्हें कोरोना भय नहीं सता रहा था। केंद्र पर तैनात सुरक्षा बलों के लाख मना करने के बाद भी वे शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर पा रहे थे, हालांकि कई मतदान केंद्रों पर शारिरिक दूरी के पालन करने के साथ साथ मास्क का भी उपयोग किया जा रहा था। वहीं कई मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बल द्वारा बिना मास्क के मतदान करने पहुंचे लोगों को वापस जा कर, मास्क पहनकर आने का निर्देश दिया जा रहा था।

आदर्श मतदान केंद्रो पर थी विशेष व्यवस्था : मतदान प्रतिशत बढ़ाने एवं मतदाताओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत चार आदर्श मतदान केंद्र बनाये थे। मतदान को लेकर आदर्श मतदान केंद्रो पर मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी, जो आकर्षक का केंद्र बना रहा। ज्यादा से ज्यादा लोगों ने आदर्श मतदान केंद्रो पर पहुंचकर मतदान किया। इन बूथों पर कुर्सियां तथा पीने के लिए मिनरल वाटर की व्यवस्था की गई थी। माडल बूथों के मुख्य द्वार को स्वागत के लिए फ्लैक्स एवं बैलून से सजाया गया था। माडल बूथों पर कोरोना को देखते हुए शारीरिक दूरी के लिए मार्क लगाये गये थे। वहीं बुजुर्गों को मतदान केंद्र तक लाने के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था भी की गई थी। मतदाताओं व मतदान कर्मचारियों के लिए पानी, बिजली, बैठने की व्यवस्था व शौच संबंधी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थी, वहीं मुख्य द्वार पर सेनेटाइजर एवं थर्मल स्क्रनींग के लिए मेडिकल की टीम मौजूद थी।

पहला मतदाता बनने के लिए 5:30 बजे ही पहुंचे मतदान केंद्र : चुनाव के उत्साह में बड़ी संख्या में मतदान करने मतदाता अपने मतदना केंद्रों पर पहुंचे। जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र के लगभग सभी बुथों पर मतदान के दौरान को जमकर वोट बरसे। सुबह में हल्की-हल्की कोहरे के बीच एवं बाद में गुनगुनी धूप का आनंद उठाते हुए मतदाता लोकतंत्र के माहपर्व में शरीक होने पूरे उत्साह के साथ पहुंचे। कई मतदाता पहला वोट डालने के लिए सुबह 5:30 में ही मतदान केंद्र पहुंच चुके थे। हर कोई सुबह से ही मतदान केंद्रों की ओर बढ़ा चला जा रहा था। सुबह में ही बूथों पर हर आयु वर्ग के मतदाताओं की लंबी कतार देखी जा रही थी। समाज एवं राष्ट्र की तरक्की की सोच रखने वाले युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। बड़ी संख्या में युवाओं ने अपने बूथों पर पहुंचकर पूरे उत्साह के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग किया। काफी ऐसे भी युवा वोटर थे, जिन्होंने पहली बार मतदान किया था।

बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं ने भी मतदान में ली हिस्सेदारी : बड़ी संख्या में बुजुर्ग मतदाताओं ने बूथों पर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति बुजुर्ग मतदाताओं की आस्था देखते ही बन रही थी। बड़ी संख्या में ऐसे बुजुर्ग मतदाता बूथों पर वोट देने पहुंचे थे, जो खुद से चल पाने में सक्षम नहीं थे। ऐसे बुजुर्ग मतदाता अपनों के सहारे बूथों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचे थे। वहीं मतदान केंद्रों पर दिव्यांग मतदाताओं ने भी लोकतंत्र के प्रति काफी उत्साह दिखा। दिव्यांग मतदाता भी या तो अपनों के सहारे या फिर ट्राइसाईकिल एवं साधनों से मतदान केंद्रों पर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बुजुर्ग मतदाताओं ने आज की पीढ़ी को यह अहम संदेश भी देने की कोशिश की कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की मजबूती के लिए मतदान सभी को अवश्य करना चाहिये। कई मतदाता बूथ के बाहर अपने परिवार के संग सेल्फी लेते भी दिखे।

ब्रज गृह की सुरक्षा व्यवस्था होगी कड़ी : जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र के लिए जिला मुख्यालय स्थित टीपी कॉलेज को बज्र गृह बनाया गया है। जिले के सभी विधानसभा से मतदान के बाद आये इवीएम को यहां विधानसभावार केंद्र बनाया गया है। जहां देर शाम के बाद जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र के सभी बुथों का ईवीएम एवं विविपैट पीसीसीपी टीम द्वारा पहुंचाया जा रहा था। ब्रज गृह की सुरक्षा की व्यवस्था भी पुख्ता की गयी है। बज्रगृह भवन परिसर के चारों ओर से पारा मिलिट्री सुरक्षाकर्मी चौबीस घंटे नजर रखेंगे। चौबीस घंटे रोशनी के लिए भी बेहतर प्रबंध किया गया है।


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