मधेपुरा : कृषि बिल के विरोध में जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं सड़क जाम कर केंद्र और राज्य सरकार पर साधा निशाना

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अमित कुमार अंशु
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : संसद में पास कृषि विधेयक के विरोध में शुक्रवार को किसान संगठनों के राष्ट्रव्यापी बंद को देश भर के कई राजनीतिक दलों का समर्थन मिल रहा है, किसान संगठनों के राष्ट्रव्यापी बंद के समर्थन में आज मधेपुरा जिला मुख्यालय में भारी संख्या में जाप कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर केंद्र सरकार द्वारा लाए गये का बिल का पुरजोर विरोध कर केंद्र सरकार से बिल को वापस लेने की मांग की, इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने शहर भर में मार्च कर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ।

जन अधिकार पार्टी के द्वारा मधेपुरा जिला में बिहार बंद की अध्यक्षता कर रहे जाप जिलाध्यक्ष मधेपुरा  प्रो मोहन मंडल ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार एवं राज्य की नीतीश कुमार सरकार की यह खेती को बर्बाद करने की साजिश है। जन अधिकार युवा परिषद के मधेपुरा प्रदेश उपाध्यक्ष डा अनिल अनिल ने कहा कि यह बिहार बंदी भारत सरकार के खिलाफ एवं किसान विरोधी नीति के खिलाफ किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार एवं  राज्य की नीतीश कुमार की सरकार किसानों को आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया है, जिसे जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है। इसलिए पप्पू यादव के आवाहन पर जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बंदी के द्वारा नरेंद्र मोदी कि सरकार को कालिख पोतने का काम किया है।

 युवा प्रदेश नेता अजीर बिहारी ने कहा कि भाजपा सरकार ने कृषि संबंधी विधेयक को पारित नहीं किये हैं, बल्कि किसानों पर जबरदस्ती तोपने का काम किया गया है। लोकसभा में भाजपा का बहुमत है, इसलिए वहां यह पारित हुआ, लेकिन राज्यसभा में दो विधेयको को पारित करना खेल करने के बराबर है, विधेयकों पर मतदान नहीं हुआ बल्कि भाजपा ने जबरदस्ती एवं तानाशाही तरीके से इसे पारित कराया है। युवा जिलाध्यक्ष गौरव गोपी एवं प्रिंस गौतम ने कहा कि यह विधेयक किसान विरोधी है एवं कॉरपोरेट को फायदा पहुंचाने वाला विधेयक है, इसे वापस लिया जाय एवं फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने की कानुनी प्रावधान की जाय। छात्र जिलाध्यक्ष रौशन कुमार बिट्टू एवं विश्वविद्यालय अध्यक्ष अमन कुमार रितेश ने कहा कि पहले नोटबंदी, फिर ग़लत जीएसटी एवं अब किसान विरोधी बिल, जिससे अन्नदाता की रोज़ी-रोटी को ख़तरा है। इस काले क़ानून के लागू होते ही कृषि क्षेत्र भी पूंजीपतियों के हाथों में चला जायेगा व हमारे अन्नदाता को भारी नुक़सान होगा।

मौके पर अबुल कलाम, भानू प्रताप, दीपक रस्तोगी, शैलेंद्र कुमार, युवा रंजन, दीपक यादव, प्रेम सागर, आशीष यादव, सामंत यादव, कुमार गौतम, अभिनाश कुमार बिट्टू, अजय सिंह यादव, आर्या रोशन, सुशांत यदुवंशी, रोशन, सलाम, गुलजार, अरशद वारसी, अनिल कुमार, विवेक यादव, सिंटू कुमार, नितीश यादव, अमित, ओंकार नाथ श्रीवास्तव, दिलीप सम्राठ, अजय, पुष्पसिन्धु, मिथुन, राजकुमार यादव समेत अन्य जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद थे।


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