दो वर्षो के कार्यकाल में हुए कई कार्यों का मूल कारण कुलपति का लगातार मुख्यालय में रहना ♦ अपने कार्यकाल में कुलपति छात्रों को वर्ग तक लाने में नहीं रहे सफल ♦ ए आई एस एफ करेगा एक संयुक्त पहल ♦ दो वर्ष गुजर जाने के बाद भी कुलपति समय पर नामांकन ♦ परीक्षा और परिणाम देने में नहीं रहे सफल
मधेपुरा/बिहार : भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अवध किशोर राय के दो वर्षों के कार्यकाल उन्नतीस मई को पूरा होने पर वाम छात्र संगठन ए आई एस एफ ने बधाई दी है। ए आई एस एफ के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह विश्वविद्यालय प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि वर्तमान कुलपति के दो वर्षों के कार्यकाल में विश्वविद्यालय में कई बदलाव हुए हैं साथ ही पहले के नकारात्मक छवि में कुछ सकारात्मक सुधार भी हुआ है। विभिन्न विभागों की लचर व्यवस्था को दूर किया गया है।
राठौर ने कहा कि विश्वविद्यालय अन्तर्गत थम सी गई शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने के साथ साथ प्रांतीय,राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय आयोजनों में भागीदारी भी रही है। दो वर्षो के कार्यकाल में कुलपति और प्रतिकुलपति के लगातार प्रयास से पीजी विभागों और कॉलेजों में शिक्षकों की उपस्थिति बढ़ी है जिसे इनकार नहीं किया जा सकता है।वहीं नए परिसर में कई पी जी विभागों की शुरुआत, बस का परिचालन, कई कॉलेजों को नैक से मान्यता मिलना, द्वितीय दीक्षांत समारोह का आयोजन और महामहिम का आगमन,विश्वविद्यालय की अपनी पत्रिका के प्रकाशन की शुरुआत, प्रतिभावान छात्रों का सम्मान गौरव का विषय रहा है। शिक्षकों व कर्मियों से जुड़े बहुप्रतीक्षित समस्याओं का तीव्र निस्पादन कुलपति के मजबूत सोच का परिचय रहा है। कुलपति और प्रतिकुलपति के लगातार मुख्यालय में रहने से विश्वविद्यालय से जुड़े कार्यों के संचालन में गति मिलती रही है। अपने दो वर्षो के कार्यकाल में कुलपति और प्रतिकुलपति आम छात्र छात्राओं के लिए सुगम और सुलभ भी रहे हैं। वहीं छात्र नेता श्री राठौर ने कहा की कई छात्रहित के गम्भीर मुद्दों को कुलपति अंजाम तक नहीं ले जा सके जिससे छात्रों की परेशानी कम नहीं हुई।वर्ग तक छात्रों को लाने के लिए कोई कारगर पहल नहीं हुई साथ ही वर्षों से परीक्षा विभाग की लचर व्यवस्था को दूर नहीं किया जा सका। वहीं लगातार वादे के बाद भी गर्ल्स हॉस्टल को कई आवेदन मिलने पर भी शुरू नहीं किया जा सका।वर्षों से रुके प्री पी एच डी की परीक्षा की पहल भी हुए तो कई विवादों के साथ। नए परिसर में सुव्यवस्थित कैंटीन और सुरक्षा हेतु पुलिस चौकी के शुरुआत की पहल नहीं की जा सकी। इसके अलावा कुलपति के किए कई वादे खासकर समस्याओं का तीन दिन में निपटारा और शिविर लगाकर छात्रों की समस्याओं को दूर करने का वादा सिर्फ भाषणों में ही सिमट कर रह गया। राठौर ने कहा कि ए आई एस एफ को कुलपति से काफी उम्मीदें हैं । शुक्रवार को ए आई एस एफ का एक शिष्टमंडल कुलपति से मिलकर जहां उनके दो वर्षो के कार्यकाल पूरा करने की बधाई देगा वहीं कई अधूरे वादों को पूरा करने की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कई छात्रहित के मुद्दों पर वार्ता भी करेगा।