मनीगाछी/दरभंगा/बिहार : शनिवार को लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत बाजितपुर पंचायत को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया। प्रखण्ड में अब तक 22 में से 14 पंचायत को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है। इसके पूर्व कटमा-बहुअरबा, उजान, गंगौली कनकपुर, चनौर, ब्रह्मपुरा भट्टपुरा, नेहरा पूर्वी, पैठान-कबई सहित अन्य पंचायत को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा चुका है।
बाजितपुर पंचायत को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने को लेकर पंचायत के दुर्गा मंदिर स्थित परिसर में आयोजित समारोह कार्यक्रम में मुखिया प्रियंका मेहता की अध्यक्षता में पंचायत को खुले में शौच से मुक्त होने की घोषणा की गई। इस अवसर पर आयोजित समारोह कार्यक्रम में जिला के वरीय पदाधिकारी उमाकांत पाण्डेय, स्थानीय विधायक ललित कुमार यादव, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार राय, अंचलाधिकारी रविन्द्र कुमार, प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी दिनेश झा, प्रखण्ड प्रमुख पवन कुमार यादव, मुखिया संघ के उपाध्यक्ष शंकर कुमार मिश्र, मिथिलेश कुमार सिंह सहित कई पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे।
मौके पर विधायक ललित कुमार यादव ने कहा कि खुले में शौच करना समाज के माथे पर यह एक धब्बा है। लोग अपनी-अपनी लोग लज्जा की परवाह नहीं करते हुए खुले में शौच के लिए जाते है।आज इस पंचायत के लोग इस समस्या से मुक्ति पा लिये। उन्होंने इस पंचायत को इस मुकाम तक पहुँचाने के लिए मुखिया एव सभी जनप्रतिनिधियों व सहयोगियों को धन्यवाद देते हुए शौचालयों को गंदगियों से दूर रखने की सलाह भी दी। साथ ही बच्चों को शौचालय में जाने की आदत डालने की सलाह लोगों को दी। उन्होंने कहा कि समाज को स्वच्छ रखने के लिए सब को मिलजुलकर प्रयास करना चाहिये। इसे एक चुनौती के रूप में लेने की जरूरत है। इस अवसर पर पंचायत के पूर्व मुखिया, वर्तमान वार्ड सदस्यों को सम्मानित किया गया।
इस दौरान प्रखण्ड समन्वयक संदीप कुमार पासवान, डीआरपी भरत भूषण तिवारी, सीएलटीएस भीम कुमार चौपाल, गौरव कुमार दास, हरेराम झा, संजीत कुमार राम सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे। इसी दौरान बाजितपुर पंचायत के कुछ ग्रामीणों ने कार्यक्रम के दौरान हंगामा करना शुरू कर दिया। उनलोगों का आरोप था कि वार्ड 04, 06, 08, 09 में एवं कमोवेश सभी वार्ड में शौचालय का कार्य बिना पुर्ण करने व गड्ढा खोदकर महिनों से शौचालय नहीं बनने के विरोध में हो हंगामा किया। बीच बचाव करते हुए जिला के वरीय पदाधिकारी सह प्रखण्ड के प्रभारी उमाकांत पाण्डेय के हस्तक्षेप व आश्वासन के बाद लोग शांत हुए। ग्रामीण बेचन पासवान, हरे राम सोनार, तारों साहू, मिथलेश साहू, मो अलाउद्दीन, अशोक साहु, जानकी देवी, मो० सुलेमान, शहजादी बेगम, शरूण निशा, अली अकबर सहित कई अन्य लोगों का आरोप है कि मुखिया पति के द्वारा शौचालय के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति किया जा रहा है।