मुरलीगंज नगर पंचायत में नल-जल योजना का अपर सचिव ने किया जांच

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मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : मुरलीगंज नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत नल-जल योजना के भौतिक स्थित की जांच करने शुक्रवार को नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर सचिव मुरलीगंज पहुंचे, जांच टीम लगभग नौ बजे नपं कार्यालय पहुंचे, जहां से विभिन्न वार्डो का भ्रमण कर नल-जल योजना की वस्तु स्थिति को देखा। नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर सचिव और अभियंता प्रमुख के प्राबैधिक सचिव के द्वारा शहर में लगे नल-जल के भौतिक स्थिति की जांच किया गया। जांच के दौरान नल-जल योजना में बरती गई अनियमितता को देख जांच पदाधिकारी ने जेई को डांट-फटकार भी लगाए। इस दौरान नपं कार्यपालक सह प्रशासक भी साथ रहे। अपर सचिव की जांच टीम ने नपं वार्ड 10 टपड़ा टोला, वार्ड 8 कचहरी, वार्ड 14 पंचगछिया, वार्ड 13 रहिका टोला, और वार्ड 6 स्थित लगे पानी प्लांट का जांच करने पहुंचे। इस दौरान जांच टीम को नल जल योजना से संबंधित कई खामिया नजर आए। संबंधित जांच रिपोर्ट सरकार को भेजने की बात कही गई। पानी प्लांट पर आवश्यक पंजी नहीं मिला। ऑपरेटरों को निर्देश देते हुए कहा कि जल मीनारों में शिकायत पंजी होना आवश्यक है, साथ ही एक डायरी में पानी छोड़ने एवं बंद करने का समय सारणी दर्शाना अनिवार्य है। ऑपरेटरों ने पदाधिकारी को कहा कि आज तक हमलोगों को मासिक भत्ता नही मिला है।

विभिन्न जगहों पर स्थानीय लोगों ने पदाधिकारियों को हकीकत से अवगत कराया। कहा कि नल जल योजना में भारी अनियमितता बरती गयी है। शुद्ध पेयजल के नामपर लोगों को सिर्फ ठगने का काम हुआ है। धरातल पर इसका लाभ कहीं से नही दिख रहा है। शुद्ध पेयजल के नाम पर सरकारी रकम का बंदर बाट हुआ है। साथ ही जल मीनार सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है। स्थानीय दयानंद शर्मा, किरण देवी, सुशील यादव ने कहा कि सरकार की महत्त्वाकांक्षी नल-जल योजना से आज तक शुद्ध पेयजल नसीब नही हो पाया है। जांच टीम के पहुंचने पर हीं आज नल में जल छोड़ा गया है। बांकी वर्षो से जल मीनार महज शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। जहां पानी भी छोड़ा जाता है वहां पाइप लीकेज की समस्या से लोगों के घर आंगन में जल-जमाव हो जाता है। शुद्धपेजल नही रहने से नल का जल बेकार साबित हो रहा है। कई वार्डो में आज तक नल से एक बूंद भी जल नही निकला है। लोगों ने कहा कि नगर पंचायत क्षेत्र में नल-जल योजना के क्रियान्वयन में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है।

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वहीं पत्रकारों के सवाल पर अपर सचिव मनोज कुमार ने सिर्फ इतना बताकर कर पल्ला झाड लिया कि हमलोग जो देखे हैं उसकी रिपोर्ट करेंगे उसके बाद विभाग द्वारा जो निर्देश दिया जाएगा उसका पालन किया जाएगा ।

मिथिलेश कुमार
संवाददाता
मुरलीगंज, मधेपुरा

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