उदाकिशुनगंज/मधेपुरा/बिहार : मंगलवार को उदाकिशुनगंज प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में बिहार दिवस एवं विश्व जल दिवस संयुक्त रूप से मनाया गया। बिहार दिवस पर उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय जोतैली गुलाब टोला में आयोजित कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक मो०कियामउद्दीन ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार का अतीत गौरवशाली रहा है। बिहार ज्ञान की भूमि रही है, यहाँ नालंदा विश्वविद्यालय ज्ञान का केंद्र हुआ करता था, जहां देश विदेश से छात्र पढ़ने आते थे। अपने अतीत को याद करते हुए हम हर वर्ष बिहार दिवस मनाते हैं। बिहार दिवस मनाने का मकसद है कि हम सब बिहार के विकास में अपना योगदान दें, हर बच्चा पढ़े लिखे ताकि अपना बिहार और समृद्ध बन सके।
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक मो०नवाज शरीफ ने भी बच्चों को विस्तार से बिहार के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने जल संरक्षण पर अपने विचार रखे। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जल ही जीवन है। जल अनमोल है, इसलिए इसकी बर्बादी को रोका जाना चाहिए। अगर कहीं नल खुला हुआ है तो उसे बंद कर देना चाहिए। अगर हम पानी की बर्बादी को नहीं रोकते हैं तो एक दिन ऐसा आएगा कि जल के हाहाकार मचेगा और जल के लिए युद्ध की नौबत भी आ सकती है।
इस अवसर पर विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। छात्र छात्राओं ने बिहार दिवस और विश्व जल दिवस पर आधारित पेंटिंग बनाए और प्रदर्शनी के लिए प्रस्तुत किया। चित्र और ऑडियो वीडियो के माध्यम से बिहार की गौरवगाथा और बिहार के स्वर्णिम इतिहास की जानकारी दी गयी। विद्यालय की छात्रा शमा प्रवीण और शगुफ्ता ने बिहार दिवस और जल दिवस आधारित पेंटिंग बनाया जिसे काफी सराहा गया।
मौके पर शिक्षक मो०अब्दुल अहद, आफताब आलम, जफर अहमद, प्रणव कुमार, विद्यालय शिक्षा समिति सचिव प्रतिनिधि फिरोज आलम समेत अन्य लोग उपस्थित थे।