मधेपुरा/बिहार : ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन (ऐक्टू) के राज्यव्यापी आंदोलन के तहत मधेपुरा में भी ऐक्टू से जुड़े निर्माण मजदूर एवं मनरेगा मजदूर का प्रदर्शन बुधवार को समाहरणालय के मुख्य द्वार पर किया गया. इससे पूर्व ऐक्टू के नेताओं, कार्यकर्ताओं एवं मजदूरों तथा ग्रामीणों द्वारा जिला मुख्यालय के कला भवन से जुलूस निकाला गया, जो समाहरणालय पहुंचकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान सभी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाये. मौके पर उपस्थित महिलाओं एवं ग्रामीणों ने कोटा से मिलने वाले चावल को लेकर भी विरोध किया. इस दौरान महिलाओं ने सड़े हुए चावल को सड़कों पर फेंक कर संबंधित लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की.
सभा को संबोधित करते हुए ऐक्टू के जिला संयोजक रामचंद्र दास ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार मजदूर विरोधी चार लेबर कोड लागू कर, मजदूरों के अधिकारों का हनन कर रही है. उन्होंने कहा कि आठ घंटे के बदले 12 घंटा काम लेना एवं कम मजदूरी पर काम करना, मजदूरों के साथ अन्याय है. लॉकडाउन के कारण आम आदमी का बुरा हाल है. उस पर महंगाई की मार तो लोगों की कमर तोड़ दी है. ऐसे में हम मांग करते हैं कि महंगाई पर रोक लगाई जाय. सभी गरीबों को भुखमरी से बचाने के लिए 10 किलो अनाज, तेल, दाल एवं चीनी भी दिया जाय. सभी गरीब मजदूरों के खाते में 10 हजार रुपया दिया जाय. निर्माण मजदूर नेता सीताराम रजक ने कहा कि निर्माण मजदूरों के खाता में जल्द राशि भेजा जाय. जिला श्रम कार्यालय में लंबित आवेदन का निपटारा किया जाय. मनरेगा मजदूर यूनियन के नेता बेचन मंडल ने कहा कि मनरेगा में व्याप्त धांधली को रोका जाय. सभी को जॉब कार्ड देकर काम दिया जाय, काम नहीं तो भत्ता दिया जाय. किसान नेता शंभू शरण भारतीय ने कहा कि किसान विरोधी काला कानून वापस लिया जाय और फसल क्षति मुआवजा दी जाय. महंगाई की मार से हर कोई त्रस्त है और मोदी सरकार देश को बेचने पर आमादा है.
प्रदूषण के मौके पर सुभाष मल्लिक, उमेश दास, शाजदा खातून, महिया देवी, सावित्री देवी, शिवनंदन ऋषिदेव, देव सागर दास, भुरो साह, खटर दास, सत्य नारायण दास, विजेंद्र दास, अनीता देवी, रानी देवी, रानी, सकुनिया, कंचन देवी, मुन्नी देवी, फूलो देवी, जवाहर कुमार, योगेंद्र दास, गीता देवी, वालो यादव समेत अन्य लोग उपस्थित थे.