नालंदा : सोगरा वक्फ स्टेट की जमीन की मची है लूट, जिम्मेदारान लापरवाह

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नालंदा/बिहार : जिले के बिहार शरीफ सोगरा वक्फ स्टेट नम्बर-2 की संपत्ति की लूट मची हुई है, जिसे जहां मौका मिला, वह सोगरा की संपत्ति को हड़पने में लग गए हैं। भू माफियाओं से लेकर मोहल्ला के दबंग लोगों के द्वारा भी सोगरा की संपत्ति पर नाजायज़ अतिक्रमण शुरू कर दिया गया है, कई जगहों पर तो भवन निर्माण कर दिया गया है और कुछ जगहों पर भवन निर्माण का कार्य भी शुरू किया जा चुका है जबकि कुछ जगह भूमि को हथियाने के लिए बांस बल्ले के तंबू खड़ा कर अतिक्रमण कर लिया गया है और इस अतिक्रमण के समय मोहल्ला के दबंग लोगों के द्वारा लड़ाई झगड़ा भी देखने को मिल रहा है।Photo : www.therepublicantimes.co

शहर के चौक पर सोगरा वक्फ स्टेट की भूमि पर भवन का निर्माण किया जा चुका है तो वहीं ब्रह्मा स्थान के सामने भी कार्य शुरू किया गया है, इसके अलावा मुरारपुर मस्जिद के करीब निर्माण कार्य के लिए सेड खड़ा किया गया है तो वहीं खानकाह के सोगरा स्टेट की भूमि पर कई लोगों द्वारा अतिक्रमण कर तंबू खड़ा कर दिया गया है और कुछ लोग तो अपना आशियाना ही बना लिए हैं, अगर कुछ जमीनों पर नजर डालें तो सोगरा वक्फ स्टेट की जमीन लहेरी थाना के पश्चिम ब्रह्मा स्थान के स्थित खाता संख्या 185 प्लॉट संख्या 208,209 एवं 210 लगभग 42 डिसमिल पर राजेश मिस्त्री उर्फ गांधी जी ने कब्जा कर रखा है। दूसरी जमीन अन सर्वे चौक पर, उस जमीन को सुभाष साहू द्वारा कब्जा कर भवन निर्माण करा लिया है, जबकि उस जमीन पर धारा 144 भी लगा हुआ है। मकड़ा मार्केट के पास प्लॉट नंबर 49 खाता संख्या 67 बीवी सोगरा की जमीन पर वीरेंद्र प्रसाद द्वारा गैर कानूनी तौर पर अतिक्रमण किया हुआ है। भराव पर मुरारपुर मस्जिद के करीब खसरा नंबर 178 आराजी 2.96 थाना 123 पर अनुमंडल पदाधिकारी के बाद संख्या 443/2019 पर रोक के बावजूद उस भूमि को भू माफियाओं के द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है और ब्लू रंग का चादर से पर्दा कर दिया गया। शहर के कई जगहों पर सोगरा वक्फ स्टेट की भूमि पर भूमि माफिया और दबंग व्यक्तियों के द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है जिस पर कार्यकारी मुतवल्ली और वक्फ स्टेट कमिटी पूरी तरह खामोशी के साथ तमाशाई बनी हुई।

ज्ञात हो कि बिहारशरीफ सोगरा वक्फ स्टेट के अध्यक्ष जिलाधिकारी होते हैं और सोगरा स्टेट के सभी कार्य इन्हीं के निगरानी में की जाती है, ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या जिलाधिकारी को सोगरा वक्त स्टेट की जमीन पर अतिक्रमण की सूचना नहीं है और सोगरा स्टेट के कार्यकारी कमिटी जिला अधिकारी को इस घटना की सूचना नहीं दिया है। अगर जिला अधिकारी को इसकी सूचना है तो फिर प्रशासनिक कार्रवाई क्यों नहीं की गई ।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व मतवाली एसएम सर्फ और वर्तमान कार्यकारी मतवाली मुख्तार उल हक के बीच उच्च न्यायालय पटना में चल रहे मामलों को लेकर भी सोगरा की भूमि पर भू माफिया और दबंग व्यक्तियों का अतिक्रमण जारी हुआ। चाहे न्यायालय का फैसला जो भी हो मगर यह समय सोगरा वक्फ स्टेट की भूमि को बचाने की आवश्यकता, इसलिए कि बीवी सोगरा ने जिस उद्देश्य के लिए अपनी पूरी संपत्तियों को वक्फ कर जनता के हित में लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से दिया था आज यह उद्देश्य से भटक चुका है और इसका सीधा-सीधा लाभ भू माफियाओं और दबंग व्यक्तियों को मिल रहा है। कुछ लोगों ने नाम छापने की शर्त पर बताया कि जिला प्रशासन ही इस पर हस्तक्षेप करें और सोगरा वक्फ स्टेट की संपत्तियों को बचाने का कष्ट करें।

मुर्शीद आलम
नालंदा ब्यूरो
बिहार

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