मधेपुरा : आदर्श शिक्षक एवं छात्र सच्चे अर्थों में समाज व राष्ट्र की सच्ची व अमूल्य धरोहर : प्रो गोपी रमन

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मो० नियाज अहमद
ब्यूरो, मधेपुरा

=> एआईएसएफ सकारात्मक कार्यों में हमेशा आगे : डा मनोरंजन

=> शिक्षा दिवस पखवाड़ा का भव्य समापन, शिक्षक व जेआरएफ छात्रों का हुआ सम्मान
मधेपुरा (बिहार) : वाम छात्र संगठन एआईएसएफ की बीएनएमयू इकाई द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पखवाड़ा के समापन व भारत रत्न डा राजेंद्र प्रसाद एवं अमर शहीद खुदीराम बोस की जयंती के मौके पर विश्वविद्यालय के नए परिसर में कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस अवसर पर संगठन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में इस वर्ष अनेकानेक उपलब्धि प्राप्त करने व कई छात्रों का सफल मार्गदर्शन कर नेट एवं जेआरएफ करवाने वाले हिंदी स्नातकोत्तर विभाग के शिक्षक चर्चित साहित्यकार डा सिद्धेश्वर काश्यप को  संगठन के सर्वोच्च शैक्षणिक सम्मान शिक्षा रत्न -2020 एवं जेआरएफ निकालने वाले विभीषण कुमार व मंजू कुमार सोरेन को आदर्श छात्र 2020 के सम्मान से सम्मानित किया गया. सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के डीन व समाजशास्त्र के हेड प्रो गोपी रमन ने कहा कि एआईएसएफ के द्वारा राष्ट्र की अमिट पहचान प्रथम राष्ट्रपति डा राजेंद्र प्रसाद व अमर शहीद खुदीराम बोस की जयंती पर उन्हें याद करना व इस अवसर पर शिक्षक व छात्र के रूप में बीएनएमयू को गौरवान्वित करने वाले प्रतिभाओं का सम्मान करना, ऐतिहासिक पहल है.
डा राजेंद्र प्रसाद एवं खुदीराम बोस भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के अमिट हस्ताक्षर
प्रो गोपी रमन ने कहा कि आदर्श शिक्षक एवं छात्र सच्चे अर्थों में समाज व राष्ट्र की सच्ची व अमूल्य धरोहर है. उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में जहां सृजन को बल मिलता है, वहीं अन्य प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का हौसला भी मिलता है. इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डा मनोरंजन प्रसाद ने कहा कि छात्र हित की मुद्दों के लिए संघर्ष करने के साथ-साथ ऐसे आयोजनों को अंजाम देना ही एआईएसएफ को सबसे अलग पहचान देता है. उन्होंने कहा कि डा सिद्धेश्वर काश्यप विपुल प्रतिभा के धनी हैं. इनके नेतृत्व में कई छात्रों ने जहां अपनी खास पहचान बनाई है, वहीं उन्होंने शिक्षक के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई है. उनको लगातार मिल रहे सम्मान और उपलब्धि इसके प्रमाण हैं. विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो कुलदीप यादव ने कहा कि डा राजेंद्र प्रसाद एवं खुदीराम बोस भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के अमिट हस्ताक्षर हैं. उनकी याद में वर्तमान पीढ़ी द्वारा आयोजन युवा पीढ़ी को प्रेरित करेगी. इनके विचारों को जन-जन तक ले जाने की जरूरत है.
समाज में पढ़ाई एवं लड़ाई, साथ-साथ की बात करता है एआईएसएफ
एआईवाईएफ के राष्ट्रीय परिषद सदस्य शंभू क्रांति ने कहा कि संगठन लगातार ऐसे आयोजनों के द्वारा समाज में पढ़ाई एवं लड़ाई साथ-साथ की बात करता है. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संगठन के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि इस वर्ष लगातार डा सिद्धेश्वर काश्यप को मिले सम्मान एवं उनके छात्रों को मिल रही उपलब्धि तथा विभीषण व मंजू कुमार सोरेन के द्वारा जेआरएफ निकालना उनके चयन का आधार रहा. उन्होंने कहा कि प्रथम शिक्षा मंत्री भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती से शुरू राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पखवाड़ा के अंतर्गत संगठन के द्वारा अनेकानेक कार्यक्रम आयोजित किये गये, जिसका आज विधिवत समापन हो गया. सम्मान पाने के बाद डा सिद्धेश्वर काश्यप, विभीषण व मंजू कुमार सोरेन ने कहा कि यह सम्मान आगे बढ़ने में उन्हें नई ऊर्जा और शक्ति देगा. धन्यवाद ज्ञापन करते हुए संगठन के संयुक्त जिला सचिव सौरभ कुमार ने कहा कि संगठन लगातार ऐसे आयोजनों को जारी रख, समाज में सृजन को तत्पर है. इस अवसर पर डा राजकुमार, डा जावेद, डा कृष्ण, अरविंद कुमार , डा विवेक आदि भी उपस्थित रहे.

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