मधेपुरा : लापरवाही-डोर-टू-डोर सर्वे में सेविका की जगह नाबालिग पुत्र सर्वे करता पाया गया

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वसीम अख्तर
उप संपादक

मामला – पुरैनी प्रखंड मुख्यालय के आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 52 की सेविका से जुड़ा

मधेपुरा/बिहार : कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के मद्देनजर डोर टू डोर की जा रही सर्वे में जिले के पुरैनी मुख्यालय में एक बड़ी लापरवाही सामने आयी है, सर्वे हेतु लगायी गई सेविका मामले को लेकर गंभीर नहीं दिखी और सेविका के जगह उसका नाबालिग पुत्र सर्वे करते दिखाई दिया जो की चिन्ताजनक है सर्वे के नाम पर इस तरह खानापूर्ति करना एक बड़ी लापरवाही कही जा सकती है।

इस कार्य हेतु लगायी गयी आंगनबाड़ी केन्द्र 52 की सेविका रिंकी कुमारी के बारे में पुछा गया तो बताया गया कि वह खाना खाने घर चली गई थी, इसलिए अपने पुत्र को तत्काल सर्वे का में लगाया था । इस बाबत जब प्रभारी सीडीपीओ सह अंचलाधिकारी रामावतार यादव से पुछा गया तो उन्होने बताया की सेविका 8 बजे से कार्य कर रही थी, वे खाना खाने गयी थी तो आशा के साथ उनका लड़का दिवाल पर मार्किंग का करने लगा था, सूचना प्राप्त होने पर उसे हटा दिया गया है सेविका ही कार्य कर रही है ।

बहरहाल जो भी हो जब इस तरह से सर्वे होगा तो सरकार तक सही आंकड़ा कैसे पहुंचेगा। बताते चलें की कोरोना वायरस के संक्रमण से इंसानी जिन्दगी को बचाने के लिए केंद्र व राज्य सरकार का तंत्र हर संभव प्रयास में जुटा हैं। प्रखंड स्तर पर गठित सर्विलांस टीम में सेविका,आशा के साथ स्वास्थ्य विभाग की ओर से वोलेन्टियर को भी लगाया है और प्रखंडों में पंचायतवार उक्त टीम जुटी हुई है। प्रखंड में घर-घर कोविड-19 सर्वे के साथ साथ जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके साथ ही भ्रमण के दौरान इन महिला कार्यकर्ताओं को अपनी सुरक्षा के लिए भी विशेष हिदायत दी गई है। टीम की सभी सदस्यों को पूर्व में ही कोविड-19 से जुड़ी जानकारी व प्रशिक्षण दिया गया है ताकि वे इस बीमारी की रोकथाम और बचाव के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक जानकारी पहुंचा सकें। टीम घर-घर जाकर सर्वे कर रोगों से ग्रसित मरीजों को चिन्हि्त करने का कार्य कर रही हैं। इसके अलावा सर्दी, बुखार, खांसी के मरीजों को भी चिन्हित किया जा रहा है।


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