अच्छी पहल : “मस्जिद परिचय” विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन, सभी समुदाय के लोगों को किया आमंत्रित

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मुर्शीद आलम
नालंदा ब्यूरो
बिहार

नालंदा/बिहार: जिला मुख्यालय बिहारशरीफ शहर के भैसासुर बड़ी मस्जिद स्थित मस्जिद परिचय विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शहर के सभी समुदाय के लोगों को मस्जिद भ्रमण एवं मस्जिद परिचय हेतु आमंत्रित किया गया था। इसके तहत प्रार्थना, नमाज, अजान, शारीरिक शुद्धीकरण वजू की विभिन्न मुद्राओं एवं स्लोकों के बारे में लोगों को जानकारी दी गई साथ ही साथ अन समुदाय के लोगों ने मस्जिद परिसर में मुस्लिम बंधुओं को नमाज अदा करते हुए देखा लोगों को धार्मिक एवं समाजिक सौहार्द बढ़ाने हेतु पुस्तकों का वितरण भी किया गया।

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 इस कार्यक्रम का आयोजन भैसासुर बड़ी मस्जिद कमेटी एवं जमात इस्लामी हिंद द्वारा किया गया। इस अवसर पर अफताब शम्स,तबरेज नदीम, मोहम्मद खालिद, तनवीर अख्तर, असद खान, अशफाक अहमद, इंजीनियर अली अहमद इश्तियाक अहमद, अरशद के पर्यवेक्षण में संपन्न किया गया। मस्जिद परिचय के अवसर पर नीतीश कुमार, उदय शंकर सोनी, विजय शंकर,सोनी कुमार, अखिलेश कुमार, राकेश कुमार, मिथुन कुमार, बाल्मीकि जी, सोनू वर्मा, लूंगी शर्मा, नीरज कुमार, शशि कुमार, राजन कुमार सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।

 इस कार्यक्रम को दूसरे समाज के लोगों द्वारा एक सराहनीय कार्य बताया गया। उन लोगों ने बताया कि मस्जिद को लेकर जो भी हम लोगों के मन में शंका थी वह पूरी तरह दूर हो गई। मस्जिद में मुस्लिम समुदाय के लोग आकर वजू करते हैं उसके बाद प्रार्थना नमाज अदा करते हैं एक पंक्ति में खड़े होकर नमाज पढ़ते हैं जहां अमीरी और गरीबी का कोई फासला नहीं होता है जो पहले आता है वह अगली पंक्ति में स्थान ग्रहण करता है और जो बाद में आता है वह उसके पिछले पंक्ति में स्थान ग्रहण करता है, इसमें जाति और समाज का कोई भेदभाव नहीं होता है और अजान के मतलब को भी लोगों ने समझा क्योंकि आज के माहौल में कुछ लोग गलत तरीके से लोगों को समझा कर दिग्भ्रमित करने का काम कर रहे हैं।   लोगों ने कहा कि आज जब अपने आंखों से हमने देखा और सुना तो जो भी शक वा सुबह था सब दूर हो गया। राकेश कुमार ने बताया की मस्जिद एक ऐसी जगह है जहां सभी जाति धर्म, जात पात को भूलकर एक जगह बैठकर प्रार्थना सभा में शामिल होते हैं।

यह कार्यक्रम दिन तो 10:00 बजे से आरंभ होकर 4:00 बजे तक चलता रहा है जिसमें सैकड़ों हमारे हिंदू भाई मस्जिद परिचय कार्यक्रम में भाग लेकर मस्जिद में सभी प्रार्थना को बारीकी से देखा और अध्ययन किया। लोंगी शर्मा ने कहा कि नमाज तो पूरी तरह योगा ही है। विजय शंकर ने कहा कि वजू करने से पूरा मन और हृदय ही स्वस्थ हो जाता है।


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