मधेपुरा : महोत्सव में स्मारिका के प्रकाशन व स्थानीय कलाकारों पर 40 प्रतिशत राशि के खर्च की मांग

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# विभिन्न सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने डीडीसी से मिलकर सौंपा मांगपत्र, कारवाई की मांग # कलाकारों ने कहा महोत्सव हर हाल में तीन दिवसीय हो

मो० नियाज अहमद
ब्यूरो, मधेपुरा

मधेपुरा/बिहार : जिले के विभिन्न सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को डीडीसी से मिलकर आठ सूत्री मांगपत्र को सौंप कर मांग किया कि महोत्सव को हरहाल में तीन दिवसीय किया जाए।

डीडीसी से वार्ता का वीडियो :

बैठक में एक स्वर में कलाकारों ने सिंहेश्वर महोत्सव को तीन दिवसीय करने की मांग की। कलाकारों ने कहा कि तीन दिवसीय महोत्सव में जब स्थानीय कलाकारों को पूरी सहभागिता नहीं मिल पाती है तो ऐसे में दो दिवसीय महोत्सव का सवाल ही नहीं उठता है। कलाकारों ने एक स्वर में मांग किया कि महोत्सव में राष्ट्रीय कलाकारों के स्थान पर स्थानीय राष्ट्रीय प्रतिभा को भी जगह मिले। हर महोत्सव की तरह इस महोत्सव में भी स्मारिका अथवा काफी टेबल बुक का प्रकाशन हो। राष्ट्रीय कलाकारों के लिए टेंडर जरूर निकाला जाय। स्थानीय कलाकारों की मजबूत भागीदारी हो। साथ ही आयोजन स्थल पर ही उनको प्रमाण-पत्र एवं भत्ता हर हाल में उपलब्ध कराया जाय, क्योंकि इसके लिए बाद में बहुत परेशानी उठानी पड़ती है। स्थानीय नवोदित एवं स्थापित कलाकारों के भागीदारी का आधार जिला स्तर के आयोजनो का प्रमाण-पत्र को बनाया जाय। साथ ही कलाकारों ने मजबूती के साथ मांग किया की स्थानीय कलाकारों पर कुल बजट का 40 प्रतिशत खर्च हो।

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वार्ता में सदस्यों ने एक स्वर में मांग किया की किसी भी खेल को शामिल नहीं किया जाए, क्योंकि इससे महोत्सव का महत्व ही नहीं रहेगा। वार्ता के दौरान डीडीसी ने सभी मांगों पर गंभीरता से बात करते हुए कहा कि मांगे गम्भीर है, इसको लेकर वो जिला पदाधिकारी से भी पहल की मांग करेंगे, क्योंकि जिला पदाधिकारी कमिटी के अध्यक्ष होते हैं। उन्होंने कहा प्रशासन भी स्वस्थ आयोजन के पक्षधर है।

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 डीडीसी से मिलने वाले शिष्टमंडल में शिव राजेश्वरी युवा सृजन क्लब के महासचिव हर्ष वर्धन सिंह राठौर, कला संस्कृति संगम के अध्यक्ष पृथ्वीराज यदुवंशी, सदस्य रितेश प्रकाश, नवाचार रंगमंडल के अमित कुमार अंशु, मो आतिफ के संग युवा कलाकार दिलखुश कुमार मौजूद रहे।

महोत्सव के दो दिवसीय करने पर सिंहेश्वर में भी उठे विरोध के स्वर, युवा संघ ने किया विरोध

सिंहेश्वर महोत्सव के दो दिवसीय करने की घोषणा का विरोध तेज होने लगा है। जिला मुख्यालय में लगातार विभिन्न सांस्कृतिक संगठनों के विरोध के बाद स्थानीय स्तर से भी विरोध शुरू हो गया है। युवा संघ सिंहेश्वर ने तीन दिवसीय महोत्सव को दो दिवसीय कराने की घोषणा को कलाकारों के साथ अन्याय बताया है। संघ ने जिला पदाधिकारी सहित आयोजन समिति के सदस्यों से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मांग किया है कि महोत्सव हर हाल में तीन दिवसीय ही होजिससे अधिक से अधिक कलाकारों को मंच मिले, दो दिवसीय होने से कई कलाकार अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्राप्त नहीं कर पाएंगे, संघ के पंकज भगत ने कहा की महोत्सव को विस्तारित किया जाना चाहिए न कि संकुचित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे महोत्सव का आयोजन कला संस्कृति को समृद्ध करने के लिए किया जाता है, इसलिए ऐसे आयोजनों में स्थानीय प्रतिभा को मजबूत सहभागिता देनी चाहिए


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