दरभंगा/बिहार : आज मदरसा इम्दादिया में इमारते शरिया के नेतृत्व में कई संगठनों की बैठक हुई। जिसमें ये निर्णय लिया गया कि केन्द्र के द्वारा लाए गए काले कानून सीसीए के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में कई मुकदमे दायर किए जाएंगे और विरोध प्रदर्शन उस समय तक जारी रखा जाए जब तक सरकार द्वारा ये कानून वापस न लिया जाए।
दारुलकज़ा के ज़िम्मेदार मुफ़्ती अरशद रहमानी ने कहा कि हमे अपने संविधान प्रेमियों के साथ पूरी हिम्मत, हौसले और जज़्बे के साथ संघर्ष जारी रखनी है। उन्होंने कहा कि हम पूरे देश के उन छात्र छात्राओ के जज़्बे को सलाम करते है जो देश की संविधान को बचाने के लिए ज़ख्म पर ज़ख्म खाते हुए विरोध जारी रखे हुए है। मौलाना इरफान अहमद सल्फी ने कहा कि हमलोग इस लड़ाई में आखरी दम तक साथ है और आगे भी रहेंगे।
पूर्व वार्ड पार्षद नफिसुल हसन रिंकू ने कहा कि आगामी 15 जनवरी को एक विशाल जनसभा का आयोजन होगा जिसमें कई संगठनों की भागीदारी होगी। देश के जाने माने वक्ता इस जनसभा को संबोधित करेंगे जिसके स्थान और समय की घोषणा बहुत जल्द होगी।
इस बैठक में मौलाना अब्दुल करीम कासमी, जमाते इस्लामी के बदिउज़्ज़मा, एडवोकेट मुमताज़ आलम, अब्दुल हफ़ीज़, रुस्तम कुरैशी, पूर्व एडीएम नेयाज अहमद, मुफ़्ती अब्दुस सलाम कासमी, मुफ़्ती नुरुल होदा, फ़ैज़ अकरम, मौलाना नसीम कासमी, शरफे आलम तमन्ना, मौलाना अबु सुफियान नदवी आदि कई लोग मौजूद थे।