मधेपुरा/बिहार : जल जीवन हरियाली कार्यक्रम को लेकर सीएम के आगमन पर जिले के सरकारी और प्राइवेट स्कूल के बच्चों द्वारा मानव वृक्ष बनाया गया था। मानव वृक्ष स्थल मवेशी हॉट मैदान में सीएम के आगमन पर विद्यालय के बच्चों ने भी सीएम का भव्य स्वागत किया. सीएम के आगमन से विद्यालय के बच्चे भी काफी उत्साहित थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बच्चों के द्वारा बनाए गए मानव वृक्ष का अवलोकन किया तथा इसके लिए वहां उपस्थित बच्चों एवं शिक्षकों का अभिवादन किया। साथ ही जल्दी बने हरियाली के प्रचार प्रसार एवं जागरूकता को लेकर जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई कला जत्था की टीम ने भी कार्यक्रम स्थल पर अपनी प्रस्तुति दी। कला जत्था की टीम ने सीएम समेत उपस्थित अन्य अधिकारियों के बीच अपनी प्रस्तुति देकर लोगों को जल जीवन हरियाली के लिए जागरूक किया।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर सजग रही प्रशासन : जल जीवन हरियाली यात्रा के दौरान रविवार को जिले के सिंहेश्वर प्रखंड के गौरीपुर पंचायत में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक-चौबंद रही। कार्यक्रम स्थल के साथ-साथ प्रखंड के मुख्य बाजारों, आसपास के गांव तथा जिले के सभी मुख्य मार्गों में भी जगह-जगह पर पुलिस बलों की तैनाती के कारण जिला मुख्यालय एवं सिंहेश्वर प्रखंड पुलिस छावनी में तब्दील रही। सुरक्षा में किसी प्रकार की चूक न हो, इसके लिए डॉग स्क्वाइड दस्ता भी कार्यक्रम स्थल एवं आसपास के क्षेत्रों का भ्रमण करते देखे गए. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे, डीआईजी सुरेश प्रसाद चौधरी, डीएम नवदीप शुक्ला, एसपी संजय कुमार, सदर एसडीएम वृंदा लाल, उदाकिशुनगंज एसडीएम एसजेड हसन, सदर एसडीपीओ वसी अहमद, उदाकिशुनगंज एसडीपीओ सीपी यादव सहित जिले के अन्य अधिकारी एवं पुलिस अधिकारी सुबह सात बजे ही कार्यक्रम स्थल सिंहेश्वर स्थित गौरीपुर पहुंच गये और सुरक्षा की व्यवस्था की समीक्षा के बाद संतुष्ट हो कर कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए।
बेरिकेट व मेटल डिटेक्टर से गुजरना जरूरी : हैलीपेड से लेकर भ्रमण स्थल तक की गई बैरेकेटिंग इतनी मजबूत थी कि कार्यक्रम के दौरान कोई अफरातफरी नहीं रही। इधर मौसम खराब होने की वजह से मुख्यमंत्री को हेलीकॉप्टर के बजाय मुख्य सड़क से ही कार्यक्रम स्थल जाना पड़ा। मुख्यमंत्री का काफिला जिला मुख्यालय के पूर्णिया गोला चौक से निकलकर सिंहेश्वर प्रखंड के गौरीपुर पंचायत तक पहुंचना था, जिसे लेकर जिला मुख्यालय से लेकर सिंहेश्वर प्रखंड तक पुलिस व्यवस्था चाक-चौबंद दिखी। सभी चौक चौराहों एवं अन्य जगहों पर पुलिस बल मुस्तैद रही।
कार्यक्रम स्थल के आसपास अत्यधिक भीड़ इकट्ठा ना हो तथा मुख्यमंत्री एवं आने जाने वाले अधिकारियों को किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े, इसके लिए वेरीकैटिंग की व्यवस्था की गई थी। सिंहेश्वर के मुख्य सड़क से कार्यक्रम स्थल की ओर जाने वाली सड़क के मोड़ पर ही वेरीकैटिंग कर दी गई थी। जहां से सभी वाहनों को पुलिस अधिकारियों द्वारा वाहन को अन्यत्र पार्किंग करने के लिए निर्देश दिया जा रहा था। जिसके बाद कार्यक्रम स्थल पर जाने से पूर्व लोगों की गहन तलाशी की जा रही थी. साथ ही लोगों को मेटल डिटेक्टर से भी गुजरना पड़ रहा था। वहीं जिला प्रशासन द्वारा निर्गत पहचान पत्र रहने के बाद ही अंदर जाने की अनुमति दी जा रही थी।