मधेपुरा/बिहार : शनिवार को भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व सांसद विश्वमोहन कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व मंत्री डॉ रविंद्र चरण यादव एवं जिला अध्यक्ष मधेपुरा स्वदेश कुमार ने संयुक्त रूप से जिला मुख्यालय स्थित पार्टी कार्यालय में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रेस वार्ता की।
डॉ रविंद्र चरण यादव ने कहां कि नागरिकता संशोधन कानून वसुदेव कुटुंबकम की प्राचीन भारतीय परंपरा के गौरवपूर्ण भारत की परिकल्पना को चरितार्थ करता है। यह बिल पाकिस्तान बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न के शिकार शरणार्थियों के जीवन में आशा की एक नई किरण लेकर आया है. सीएए भारतीय मुसलमान के साथ भेदभाव नहीं करता। इससे भारतीय मुसलमानों का हित किसी भी रूप से प्रभावित नहीं होता है। इसका उद्देश्य केवल अल्पसंख्यक की रक्षा करना है, जो अपने संबंधित देशों में अपनी धार्मिक मान्यताओं के कारण प्रताड़ित किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश के अनेक लंबित समस्याओं का कुशलता से समाधान करने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार को इतिहास में सदा याद रखा जाएगा। इन समस्याओं के समाधान के लिए दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति अटूट प्रतिबद्धता पूर्ण समर्पण दूरदर्शिता तथा हृदय में राष्ट्र सर्वोपरि की भावना की आवश्यकता है। आगे उन्होंने कहा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 26 सितंबर 1947 को प्रार्थना सभा में कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख से भारत आ सकते हैं। अगर वह वहां निवास नहीं करना चाहते हैं। समय – समय पर कांग्रेस के नेताओं ने भी शरणार्थियों को नागरिकता देने का विषय उठाया। ऐसे में आज नागरिकता संशोधन बिल पर कांग्रेस का विरोध वोट बैंक की राजनीति ही है। अपनी राजनीति के लिए यह भारतीय मुसलमानों में भय पैदा कर रहे हैं। बिल के अनुसार पाकिस्तान सिख ईसाई और पारसी धर्म के अल्पसंख्यक लोग जो धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत में शरणार्थी का जीवन बिताने को मजबूर थे। उन्हें भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी। ऐसे शरणार्थियों को जिन्होंने 31 दिसंबर 2014 की निर्णायक तारीख तक भारत में प्रवेश कर लिया है।
मौके पर पूर्व जिला अध्यक्ष अरविंद कुमार अकेला, महिला मोर्चा अध्यक्ष रीता राय, भाजपा नेता आनंद मंडल, जिला मंत्री जटाशंकर कुमार सहित अन्य मौजूद थे।