मधेपुरा/बिहार : गुरुवार को जिला मुखिया संघ के बैनर तले जिले में हो रहे लगातार हत्या, लूट, अपराधिक घटनाएं एवं शराब के अवैध कारोबार के खिलाफ जिला मुख्यालय स्थित कला भवन परिसर से विरोध मार्च निकाला गया।
यह विरोध मार्च कला भवन परिसर से निकलकर जयपालपट्टी चौक, कर्पूरी चौक, पूर्णिया गोला चौक, मुख्य बाजार, सुभाष चौक, थाना चौक, पुरानी बाजार, कॉलेज चौक, बीपी मंडल चौक होते हुए समाहरणालय के मुख्य द्वार पर पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के बाद संघ के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी को मांग पत्र सौंपा।
विरोध मार्च का नेतृत्व जिला मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष स्वदेश कुमार ने किया. मौके पर उपस्थित मुखिया एवं जनप्रतिनिधियों ने कहा कि जिले में आपराधिक घटनाएं चरम पर हैं। अपराधी बेखौफ, बेलगाम, खुलेआम हत्या, लूट एवं शराब का अवैध कारोबार कर रहे हैं. आम आदमी दहशत में है। नरदह पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अनिल यादव एवं सरौनी कला के मुखिया प्रतिनिधि राजीव कुमार गुप्ता का अपने ही पंचायत में नृशंश हत्या के बाद जिले के मुखिया अपने घर से निकलने में डरते हैं एवं सामाजिक एवं सार्वजनिक कार्य में हिस्सा लेने से बचते हैं।
अपराधियों के सामने प्रशासन है लाचार एवं बेबश : जिला मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष स्वदेश कुमार ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में ही नौ बड़ी अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है। मुरलीगंज में पुलिस को गोली मारा गया, जिला मुख्यालय के भिरखी में रेड करने गए कमांडो पर कातिलाना हमला किया गया। कोल्हायपट्टी में संजीव यादव की हत्या, वंशगोपाल पंचायत में मुन्ना यादव की हत्या, लक्ष्मीपुर पंचायत के पूर्व मुखिया भूपेंद्र यादव पर बम से हमला, मुरलीगंज में व्यवसाई से लूट के क्रम में गोली मार देना, जिला मुख्यालय के मुख्य बाजार में सोनी ज्वेलर्स वाले को गोली मारना, साथ ही दर्जनों हत्या जिला प्रशासन को अपराधियों द्वारा खुली चुनौती है। एक तरफ अपराधियों के सामने प्रशासन लाचार एवं बेबश दिखता है तो दूसरी तरफ थाने के अंदर पंचायत प्रतिनिधि अपने आप को अपमानित महसूस करते हैं। मुखिया समेत अन्य पंचायत प्रतिनिधि का थाने में कोई बात नहीं सुना जाता है। थाने द्वारा न्याय की उम्मीद में गए लाचार एवं बेबश पीड़ित व्यक्ति के साथ आर्थिक शोषण किया जाता है।
लगातार बढ़ रहे आपराधिक घटनाओं पर लगाया जाये अंकुश: जिलाध्यक्ष ने कहा कि मुखिया संघ की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो पांच जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मधेपुरा आगमन पर मुख्यमंत्री के समक्ष मुखिया संघ अपनी बात रखने का काम किया जाएगा। अपनी मांगों से अवगत कराते हुए संघ ने बताया कि जिले में लगातार बढ़ रहे आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाया जाये, ताकि आम आदमी, पंचायतीराज प्रतिनिधि एवं जनप्रतिनिधि भयमुक्त होकर अपना एवं सामाजिक कार्य कर सकें. पंचायत प्रतिनिधि एवं मुखिया को आत्मरक्षा के लिए शस्त्र अनुज्ञप्ति का स्वीकृति प्रदान किया जाये। जिले के थानों में पंचायत प्रतिनिधि एवं जनप्रतिनिधि का सम्मान सुनिश्चित किया जाये. थाने के अंदर व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाया जाये। खुलेआम हो रहे शराब के अवैध कारोबार पर सख्ती से रोक लगाया जाये। पंचायती राज प्रतिनिधियों का अपराधिक घटनाओं में मृत्यु होने पर आश्रितों को 10 लाख रुपया मुआवजा एवं परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देना सुनिश्चित किया जाये।
हत्यारों की हो अविलंब गिरफ्तारी एवं हत्या की हो न्यायिक जांच : सरौनी कला मुखिया प्रतिनिधि राजीव कुमार गुप्ता के हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार किया जाए एवं हत्या की न्यायिक जांच हो। जिले के मुखिया एवं मुखिया प्रतिनिधि को सुरक्षा की गारंटी प्रदान किया जाए। मौके पर संघ के जिला संयोजक अरविंद कुमार, सदर प्रखंड अध्यक्ष राजकिशोर यादव, सिंहेश्वर प्रखंड अध्यक्ष किशोर कुमार, कुमारखंड प्रखंड अध्यक्ष विजेंद्र यादव, जिला उपाध्यक्ष अनिल अनल, अरुण यादव, ग्वालपाड़ा प्रखंड अध्यक्ष भोला दास, उदाकिशुनगंज प्रखंड अध्यक्ष अब्दुल अहद, बिहारीगंज प्रखंड अध्यक्ष अरविंद यादव, पुरैनी प्रखंड अध्यक्ष रजनीश कुमार, चौसा प्रखंड अध्यक्ष सचिन कुमार, आलमनगर प्रखंड से सुबोध ऋषिदेव, शंकरपुर प्रखंड अध्यक्ष राजेंद्र यादव, गम्हरिया प्रखंड से श्याम कुमार यादव, घैलाढ़ प्रखंड से राम राघव, मुखिया प्रतिनिधि प्रवेज आलम, मुखिया ओम कुमार, जिला उपाध्यक्ष विश्वबंधु बादल, प्रमोद कुमार मिश्रा, मुखिया प्रतिनिधि राजेश झा, मुरलीगंज प्रखंड उपाध्यक्ष राजीव कुमार, राकेश यादव, अभय कुमार, टेमा भेला मुखिया सुनील यादव, राजदीप उर्फ टुनटुन मुखिया, शैलेश सिंह, मो वाजिद, उमेश यादव, चंदन कुमार, पवन यादव समेत जिले के सभी मुखिया एवं पैक्स जिलाध्यक्ष दीपक यादव शामिल रहे।