मधेपुरा/बिहार : एनआरसी एवं सीएबी के विरुद्ध जिला मुख्यालय स्थित कलाभवन के समीप से महागठबंधन एवं वामदलों के कार्यकर्ताओं ने प्रतिरोध मार्च निकाला। कला भवन परिसर से प्रतिरोध मार्च निकालकर बीपी मंडल चौक पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह का पुतला जलाया। मौके पर विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि एनआरसी बिल गैर संवैधानिक है।
बी पी मंडल चौक पर विपक्षी संघर्ष एवं समन्वय समिति के संयोजक तथा भाकपा नेता प्रमोद प्रभाकर की अध्यक्षता में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए राजद नेता पूर्व मंत्री सह स्थानीय विधायक प्रो चंद्रशेखर ने कहा कि एनआरसी में शोषित वंचित समाज प्रताड़ित होंगे, जो कागज के मामले में कमजोर है। उन्होंने कहा कि आजाद भारत में पहली बार धर्म के नाम पर लोगों पर कहर ढाया जा रहा है। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से हिंदू, सिख, ईसाई, बौद्धीस्ट आया तो सरणार्थी होगा और मुसलमान आया तो घुसपैठिए एवं आतंकवादी होगा? उन्होंने कहा कि यह संविधान पर हमला है, हमारी तहजीब पर हमला है। हमारी पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। सरकार को अपना फैसला वापस लेना होगा अन्यथा इसके गंभीर परिणाम होंगे।
राजद के निवर्तमान जिलाध्यक्ष देव किशोर यादव ने कहा कि यह एनआरसी बिल संविधान के मूल भावना के विरुद्ध है। मोदी सरकार आरएसएस के एजेंडा को लागू कर रही है। अल्पसंख्यक एवं कमजोर वर्ग के लोगों में दहशत और आतंक पैदा करना चाहती है। शिक्षाविद एवं दलित नेता डा जवाहर पासवान ने कहा कि केंद्र की सरकार भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है, संविधान को बदलना चाहती है एवं मनुस्मृति को लागू करना चाहती है। हमारी पार्टी इस फैसले और कार्यवाही के विरुद्ध है। लोजद जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि एनआरसी बिल के कारण हमारी संस्कृति खतरे में है। भाकपा के वरीय नेता शैलेंद्र कुमार ने कहा कि संविधान का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेंगे। रालोसपा के जिलाध्यक्ष रविशंकर कुमार उर्फ पिंटू मेहता ने कहा कि सरकार की नीतियों से देश संकट में है। माकपा की राज्य कमेटी सदस्य गणेश मानव ने कहा कि एनआरसी एवं सीएबी जनता के साथ धोखा है। हम के नेता शिव कुमार राम ने कहा कि मोदी सरकार अल्पसंख्यक एवं दलित विरोधी है।
मौके पर एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव, एआईएसएफ जिलाध्यक्ष मो वसीमउद्दीन और नन्हें, राजद नेता रामकृष्ण यादव, सुरेश कुमार यादव, आलोक कुमार मुन्ना, अमेश यादव, नित्यानंद यादव, भारत भूषण, पप्पू यादव, कृष्णदेव यादव, ललन यादव, मनोज यादव, संजीव कुमार, भाकपा नेता मो जहांगीर, माधो राम, रालोसपा नेता मृत्युंजय मेहता, मो गुड्डू, अभिषेक कुशवाहा, संदीप प्रकाश, हम नेता संतोष राम, नंदन राम, दिनेश ऋषिदेव, प्रभास कुमार, राज कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।