दरभंगा/बिहार : मानवाधिकार इमरजेंसी हेल्पलाइन के प्रदेश अध्यक्ष ने दरभंगा जिला अधिकारी वरीय पुलिस अधीक्षक एवं अनुमंडल अधिकारी सदर को पत्र लिख डॉक्टरों द्वारा अपने क्लीनिक एवं हॉस्पिटल के सामने नगर निगम एवं सरकारी जमीन को अपने वाहन एवं पेशेंट के वाहनों से मुक्त कराने की बात लिखी है।
प्रदेश अध्यक्ष अभिजीत कुमार ने बताया कि शहर के अधिकांश डॉक्टर अपने क्लीनिक एवं नर्सिंग होम के समीप पार्किंग की व्यवस्था रखते नहीं है और यातायात अवरुद्ध करने मैं डॉक्टर के यहां आए मरीज का अहम योगदान होता है जिस कारण से दरभंगा शहर में जाम की समस्या आए दिन बढ़ती जा रही हैं। पुलिस भी दिन भर परेशान रहती है डॉक्टर के निर्देश पर उनके गार्ड द्वारा मरीज का वाहन सड़कों पर लगाया जाता है वहीं दूसरी ओर कोई आमजन अपनी गाड़ी क्लीनिक एवं नर्सिंग होम के सामने लगाते हैं तो डॉक्टरों के स्टाफ द्वारा आमजन से मारपीट तक करने पर उतारू हो जाते हैं। अंत में आमजन को अपनी गाड़ी हटानी पड़ती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन भी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं जिस कारण डॉक्टर एवं उनके कर्मी को लगता है कि सरकारी जमीन भी उनकी जागीर है। यह समस्या दोनार से लेकर आरबी मेमोरियल हॉस्पिटल एवं बेता चौक से लेकर हॉस्पिटल रोड तक ज्यादा है। जिला प्रशासन को अविलंब ऐसे डॉक्टर को चिन्हित कर नोटिस भेज कार्रवाई करनी चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष अभिजीत कुमार ने बताया कि जब तक डॉक्टरों द्वारा पार्किंग की सुविधा मरीजों को नहीं दी जाएगी या प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक यह मुहिम चलता रहेगा।