मधेपुरा : जीवन जीने का उद्देश्य, मानव सेवा और मौक्ष की प्राप्ति होना चाहिए-चतुरानंद जी महाराज

Spread the news

वसीम अख्तर
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार :  जिले के पुरैनी प्रखंड मुख्यालय स्थित मध्य विद्यालय, पुरैनी स्थित अम्बेदकर मैदान में कोशी प्रमंडलीय संतमत सत्संग का 19 वां वार्षिक अधिवेशन बुधवार को शुभारम्भ हुआ। आयोजित संतमत के दो दिवसीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए मनियारपुर आश्रम के प्रधान आचार्य श्री स्वामी चतुरानंद जी महाराज ने कहा कि साधु संत हर वक्त चाहते हैं। विश्व में शांति की स्थापना हो, ताकि लोग खुशहाली से जीवन जी सकें। संत समाज हमेशा जनकल्याण व परमार्थ के लिए कार्य करता है। सभी साधु संतों को एक जुट होकर देश के कल्याण के लिए कार्य करना चाहिए।

बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों का जीने का उद्देश्य मानव सेवा और मौक्ष की प्राप्ति होना चाहिए। उन्होंने सत्संगियों के बीच प्रवचन करते हुए कहा कि सद् मार्ग पर चलने के बाद हीं जीवन सफल होगा। उन्होंने कहा कि मनुष्यों को कर्मों का फल भुगतना हीं पड़ेगा। इस जन्म में किये गये कर्म के आधार पर हीं अगला जन्म होगा। उन्होंने कहा कि मौक्ष की प्राप्ति के लिए भगवान की भक्ति में मनुष्यों को समर्पित कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर जीवन में सदा के लिए शांति चाहते हैं तो संतमत के बताये गये मार्ग पर चलकर सदा सद् मार्ग पर चलें तथा संतों के विचार जन-जन तक पहुंचाया जाना चाहिए। इसी मंच पर स्वामी वेदानंद जी स्वामी योगानंद जी, स्वामी निर्मलानंद जी महाराज आदि ने प्रवचन में लोगों को संतमत का संदेश सुनाया। इसके अलावे स्वामी दिनेशानंद जी बाबा, स्वामी सत्यनारायण बह्मचारी महाराज आदि का प्रवचन हुआ। मंच संचालन विनयानंद जी महराज ने किया।

मौके पर आयोजन समिति के अध्यक्ष सह जदयु प्रखंड अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार, उपाध्यक्ष नवलकिशोर राम, मुखिया पवन केडिया, सरपंच उमेश सहनी , पंसस जवाहर मेहता , निर्मल ठाकूर, विलास शर्मा, नारायण चौधरी, राजेश मोदी, मो अबरार, संजय साह, दामोदर सिंह, सुनील कुमार यादव, संजय राम, संजय साह, अवधेश राज कुशवाहा, राजेन्द्र मेहता, पवन प्रभाकर, अरूण दास,  शिवानी प्रिया सहित अन्य मौजुद थे।


Spread the news