मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : बीएल इंटर स्तरीय विद्यालय में सोमवार को राष्ट्रीय शिक्षा सह भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती मनायी गई। विद्यालय के एचएम डॉ रूद्रधर झा नवल की अध्यक्षता में समारोह पूर्वक मौलाना अबुल कलाम आजाद के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। समारोह में सभी शिक्षक और छात्र छात्राएँ मौजूद थे।
मौके पर डॉ रूद्रधर झा नवल ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद देश के प्रथम व सबसे योग्य शिक्षा मंत्री रहे। उन्होंने बताया कि 11 नवम्बर 1888 को जन्म मक्का मदीना में हुआ था। ये दर्शन शास्त्र, इतिहास उर्दू और फरसी के प्रकांड विद्वान थे। गजलकार भी थे। स्वतंत्रता संग्राम में गांधी जी के साथ अहम् भूमिका निभाई। स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री हुए। अपने शिक्षा मंत्रित्व काल में चार आईआईटी काॅलेज, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की स्थापना किया। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में काफी सराहनीय काम किये। उन्होंने बताया कि मौलाना अबुल कलाम आजाद को मरणोपरांत भारत सरकार ने भारत रत्न से विभूषित किया। ऐसे महापुरुष की जीवनी लोगों के प्रेरणादायी है।
इस दौरान अन्य शिक्षकों ने भी मौलाना अबुल कलाम आजाद के जीवनी पर प्रकाश डाले।
मौके पर जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष कृष्ण कुमार यादव, नित्यानंद मंडल, जयशंकर प्रसाद, डॉ आशीष कुमार, दुर्गानंद प्रसाद, अनिता वर्मा, अमृता कुमारी, रूपमाला कुमारी, विक्रांत गौरव, रेखा कुमारी सहित सभी शिक्षक और दर्जनों छात्र छात्राएँ मौजूद थी।