दरभंगा/बिहार : शास्त्री चौक से आइसा- इनौस के संयुक्त बैनर तले राज्यव्यापी आंदोलन के तहत रेलवे का निजीकरण बंद करने, सासाराम जेल में बंद सभी 18 आंदोलनकारी छात्रों को रिहा करने की मांग को लेकर प्रतिवाद मार्च निकाला गया जो शहर के विभिन्न मार्गो से गुजरते हुए दरभंगा स्टेशन चौक पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता संयुक्त रूप से इनौस महानगर अध्यक्ष रंजीत राम एवं आइसा जिला सचिव विशाल मांझी ने संयुक्त रूप से किया।
सभा को संबोधित करते हुए इनौस जिला अध्यक्ष केशरी कुमार यादव ने कहा कि दिल्ली पटना की मोदी-नीतीश प्रशासन अंग्रेजों की तरह रात में सासाराम के लॉज पर सो रहे, पढ़ रहे छात्रों को लॉज से उठाकर थाने लाई और फिर जेल भेज दी। यह लोकतांत्रिक आंदोलन को कुचलने की साजिश है। सभा को संबोधित करते हुए आइसा राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार देश के छात्र- युवाओं के आवाज को दबाकर शिक्षा से लेकर रोजगार तक, देश के तमाम संपत्तियों, देशी-विदेशी पूंजीपतियों के हाथों बेच कर छात्र युवाओं को चाय-पकोड़ा बनाने को मजबूर कर रही है। इसे छात्र- युवा कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। छात्र-युवा पूरी एकजुटता के साथ इसके खिलाफ लड़ेगा और जीतेगा।
प्रतिवाद मार्च में भाकपा (माले) जिला कमिटी सदस्य ललन पासवान, राजू कर्ण, अरविंद कुमार, संजीव कुमार, अखिलेश कुमार, मनिरुल, प्रभाकर सिंह आदि शामिल थे।