सहरसा/बिहार : डेढ़ सौ वर्ष स्थापित राम-लक्ष्मण की मूर्ति शुक्रवार की देर रात अज्ञात चोरों ने चोरी कर ली। चोरी की गयी मूर्ति की कीमत लगभग करोड़ों रुपए की बताई जा रही है जोकि पंचगछिया के वार्ड नंबर 11 में स्थापित राम लक्षमण की मूर्ति थी।
उक्त घटना की जानकारी तब हुआ जब पुजारियों ने मंदिर परिसर में पूजा करने पहुंचे, घटना की जानकारी ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस को दी, मौके पर पुलिस पहुंच कर घटनास्थल का जायजा लिया। इधर मूर्ति चोरी होने से लोगों में काफी आक्रोश व्यक्त हैं। स्थानीय निवासी श्यामसुंदर चौधरी ने थाना में आवेदन देते हुए कहा कि लालन हंस कुटी पंचगछिया के वार्ड नंबर 11 ठाकुरबारी में असामाजिक तत्वों द्वारा राम लक्ष्मण की अष्टधातु मूर्ति अज्ञात चोरों ने चुरा लिया है, जिसका कीमत करोड़ो रुपए थी। जोकि मेरे पूर्वजों द्वारा डेढ़ सौ वर्ष पूर्व मंदिर परिसर में राम-लक्ष्मण की मूर्ति को स्थापित की थी।
यहां पर प्रत्येक रविवार को रामायण रामायण गोण्ठी और वार्षिकोउत्सव महोत्सव होता है जोकि आकर्षण का केंद्र बना हुआ रहता है। उन्होंने कहा कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय पंचगछिया है जहां हमेशा रात और दिन असामाजिक तत्वों के द्वारा जमावड़ा लगा रहता है।ग्रामीणों के बार-बार मना करने के बावजूद नशेड़ीओं का जमारा थमने का नाम नहीं ले रही है जो इस तरह की घटना होने की आशंका जताई जा रही है।
वही मौके बिहरा पंचायत के वर्तमान मुखिया रोशन सिंह ने अफसोस जताते हुए कहा कि मां लक्ष्मी पूजा के शुभ अवसर पर इस तरह की घटना विचित्र है। उन्होंने कहा कि पंचगछिया स्थित लालन हंस कुटी पर अष्ट धातु से बनी हुई करोड़ों की मूर्ति चोरी हो गई है। यह बेहतर आस्था का केंद्र बना हुआ था और हजारों श्रद्धालु यहां पूजा करने के लिए आते थे, मूर्ति चोरी होने के कारण अभी इलाके में आक्रोश की स्थिति बनी हुई है, और लोगों काफी दुखद महसूस कर रहे हैं। बिहरा थाना अध्यक्ष रणवीर कुमार ने बताया की मूर्ति की चोरी की घटना सामने आई है गहन छानबीन की जा रही है जल्द ही मूर्ति की तलाशी कर ली जाएगी।