मधेपुरा : शांतिपूर्वक वातावरण में जिले के 15 केन्द्रों पर ली गई 65 वीं बीपीएससी की पीटी परीक्षा

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अमित कुमार अंशु
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार :  मंगलवार को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 65 वीं संयुक्त ( प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा मंगलवार को 65 वीं बीपीएससी की पीटी परीक्षा जिले के 15 केन्द्रों पर ली गई। 12 बजे से दो बजे तक परीक्षा ली गई।

 परीक्षार्थि परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पूर्व परीक्षा केंद्र पर पहुंचे चुके थे। जिला प्रशासन द्वारा अभ्यर्थियों को पूर्व ही निर्देश दिया गया था कि अभ्यर्थी अपने साथ एडमिट कार्ड, पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पास पोर्ट के साथ साथ ब्लैक या ब्लू पेन लेकर जाएं। अभ्यर्थी अपने साथ मोबाइल, स्मार्ट वॉच, व्हाइटनर, कैलक्यूलेटर, ब्लेड, इरेज़र आदि लेकर एग्जाम हॉल में प्रवेश ना करें। इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पाये जाने पर अभ्यर्थी की उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी। जिस कारण परीक्षा केंद्रों पर काफी गहनता पूर्वक जांच करने के बाद ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र के अंदर जाने की अनुमति दी जाती थी।

परीक्षा केन्द्रों पर सुरक्षा का था पुख्ता इंतजाम : 65 वीं बीपीएससी पीटी एग्जाम में सामान्य अध्ययन से 150 अंक के लिए 150 प्रश्न पूछे गए थे। जिसके लिए 120 मिनट का समय दिया गया था। छात्राओं का सेन्टर होम डिस्ट्रिक्ट ही दिया गया था, जबकि छात्रों का बिहार के विभिन्न जिलों में सेंटर बनाया गया था। इस बार 455 पद हेतु परीक्षा ली गई। प्रशासनिक सेवा व ग्रामीण विभाग में इस बार अधिक सीट है। पीटी एग्जाम पास करने वाले स्टूडेंट्स को मैंस एग्जाम में बैठने का मौका मिलेगा।

परीक्षा को लेकर जिले के सदर थाना में जिले भर के विभिन्न पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के मद्देनजर परीक्षा केंद्र पर तैनाती की गई थी। परीक्षा केन्द्रों पर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गयी थी।

केंद्र के अंदर भी की गई थी जांच की व्यवस्था : परीक्षा केन्द्र में प्रवेश के दौरान जांच की गई। केन्द्र के अंदर भी जांच की व्यवस्था थी तंगी। परीक्षार्थी को किसी तरह के सामान के साथ प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। केन्द्रों पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गयी थी। साथ ही पूर्व में ही जिला प्रशासन द्वारा निर्देश दिया गया था कि वैसे कर्मी जिनके सगे-संबंधी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं अथवा इस परीक्षा के लिए परीक्षार्थी को तैयार कर रहे हैं, वह केन्द्राधीक्षक, सहायक केन्द्राधीक्षक या वीक्षक का कार्य नहीं करेंगे। परीक्षार्थियों को 30 मिनट पूर्व 11.30 बजे से प्रवेश की अनुमति दी गई।

इस बाबत सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वसी अहमद ने कहा कि सभी परीक्षा केन्द्रों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस की तैनाती की गयी थी, जिसके लिए जिले भर से पुलिस फोर्स को मंगाया गया था।

होटल में रूम के लिए सड़कों पर भटकते रहे परीक्षार्थी : बीपीएससी परीक्षा को लेकर छात्राओं का सेन्टर होम डिस्ट्रिक्ट ही दिया गया था, जबकि छात्रों का बिहार के विभिन्न जिलों में सेंटर बनाया गया था। जिस कारण जिले में एकाएक लोगों की संख्या बढ़ गई। परीक्षार्थी एक दिन पूर्व ही जिले में पहुंच चुके थे। सोमवार की देर शाम शहर के कालेज चौक, सुभाष चौक, पुरानी कचहरी बाजार, पूर्णिया गोला चौक, कर्पूरी चौक, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित अन्य जगहों पर परीक्षार्थियों की भीड़़ उमड़ पड़ी। परीक्षार्थी जिले में उतरने के साथ होटल की ओर रुख करने लगे. हालात यह हुई थी शहर के सारे होटल पूरी तरह भर चुके थे। किसी भी होटल में रहने की व्यवस्था नहीं थी। अंत में सैकड़ों छात्र छात्राओं को किसी होटल के आगे, बस स्टैंड तथा रेलवे स्टेशन पर रात गुजारनी पड़ी। देर रात तक परीक्षार्थी सड़कों पर होटल ढूंढते नजर आए।


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