वैशाली : जल जीवन हरियाली जागरूकता कार्यक्रम का समाहरणालय स्थित सभागार कक्ष में किया गया सीधा प्रसारण 

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वैशाली से मो0 नदीम रब्बानी की रिपोर्ट 

वैशाली/बिहार : वैशाली जिला के जिला मुख्यालय हाजीपुर समाहरणालय स्थित, सभागार कक्ष में पृथ्वी दिवस के अवसर पर पर्यावरण एवं वन जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा जल जीवन हरियाली मिशन अभियान जागरूकता कार्यक्रम पटना स्थित बापू सभागार से मुख्यमंत्री द्वारा किये गया। उद्बोधन का सीधा प्रसारण वैशाली समाहरणालय स्थित सभागार कक्षा में किया गया ।
पर्यावरण की रक्षा हेतु विहार पृथ्वी दिवस पर 11 संकल्पों को आत्मसात किया गया । खचाखच भरे सभागार भवन में जिला पदाधिकारी , राजीव रोशन ने कार्यक्रम की शुरुआत दीप जलाकर किया । बापू सभागार में प्रधान सचिव पर्यावरण , वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा संबोधन की शुरुआत की गयी , जिसका सीधा प्रसारण राज्यों के सभी जिलो , अनुमंडलों एवं प्रखंड मुख्यालयों में किया गया । वृद्धारोपण पर बीच – बीच में सास्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये , जिनमें प्रेरणादायक गीतों का प्रसारण किया जा रहा था। ग्लोबल वार्मिग , जलवायु परिवर्तन पर डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गयी ।
राज्य मुख्य सचिव दीपक कुमार के द्वारा भी बापू सभागार से संबोधन किया गया । उनके द्वारा बताया गया कि पूरे राज्य में सूखे पड़े जलाशयों को चिन्हित करने का कार्य किया जायेगा । दिसम्बर 2019 तक सभी जलाशयों अतिक्रमण मुक्त होगे । नये जल स्त्रोतों की पहचान की जायेगी तथा नये जल स्त्रोतों को निर्माण पर बल दिया गया । कुएँ , नल , वर्षा जल , आदि का जल संचयन की बात कही गयी । उन्होंने सौर उर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने की बात कही।  बापू , सभागार से मुख्यमंत्री सहित उपस्थित विभिन्न मंत्रियों -कृषि मंत्री , प्रेम कुमार उर्जा मंत्री , विजेन्द्र प्रसाद यादव , जल संसाधन मंत्री , सजय सिंह आदि द्वारा अपने विचार प्रस्तुत किये गये ।

मुख्यमंत्री द्वारा बताया गया कि 09 अगस्त 2011 से बिहार पृथ्वी दिवस मनाने का निर्णय लिया गया । वर्षापात की स्थिति पर बिहार वासियों को अवगत कराया एवं गंभीर स्थिति से बचने हेतु वृक्षारोपण एवं जल संचयन की नसीहत दी । सावन में बादल बनने पर वर्षापात बिहार में नहीं होना , सावन माह में धूल उड़ना को गंभीर चिंता का विषय बताया । उन्होंने बताया कि हर जिले से वर्षापात का आकलन किया जा रहा है , ताकि किसी भी प्रकार के आपदा से बचाया जा सके । जलवायु परिर्वतन के गभीर दुष्परिणाम से लोगों को जागृत करने का आहवान किया । इन्हीं उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु जल जीवन हरियाणवी मिशन का शुभारंभ किया जा रहा है

मुख्यमंत्री द्वारा जलजीवन एवं हरियाली मिशन पर स्लोगन, “जल जीवन हरियाली तभी होगी खुशहाली” के माध्यम से लोगों को जल एवं पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान देने का अनुरोध किया गया। मुख्यमंत्री ने सात निश्चय योजना अंतर्गत हर घर नल का जल , बिजली तथा खुले में शौच से मुक्ति की बात दोहरायी । इन्हें लोगो तक पहुँचाने पर बल दिया गया । उनके द्वारा बताया गया कि जल जीवन एवं हरियाली मिशन हेतु एक कार्य योजना बनायी गयी है । पोखर तालाब , आहर , पाईन का जीर्णा द्वारा होगा एवं अभियान चलाकर अतिक्रमण मुक्त किया जायेगा । सभी चापाकलों को तीव्र करने वर्षाजल संचयन पर जोर देने , सभी सरकारी भवनों पर सोलर पैनल लगाने , जरूरत के अनुसार जल का व्यय करने ट्यूबेल के बजाय वर्ण जल उपयोग आदि करने की बात कही । हरियाली मिशन के तहत पूरे बिहार में 1.5 करोड़ पौधे सड़को , नहरो . बांधों आदि के किनारे लगाये जायेंगे । वृक्षारोपण हेतु सभी जनप्रतिनिधियों को सकीय , योगदान देने छात्र / छात्राओं , जीविका दीदी आदि को प्रेरित करने को कहा गया । मुख्यमंत्री ने अगस्त क्रांति दिवस की याद करते हुए जल जीवन एवं हरियाली मिशन को उसी क्रांति जोड़ते हुए इसके महत्वों पर बल दिया ।
अपर समाहर्ता , जितेन्द्र कुमार साह द्वारा सभागार भवन में उपस्थित सभी पदाधिकारियों जीविका दीदीयों , जनप्रतिनिधियों आदि का कार्यक्रम में शामिल होने पर आभार व्यक्त किया गया जिला पदाधिकारी , राजीव रौशन ने सभी उपस्थित जीविका दीदीयों , आशा कार्यकर्ता , आंगनवाड़ी सेविका / सहायिका को धन्यवाद दिया ।

जिला पदाधिकारी द्वारा इस कार्यक्रम के महत्वों पर बल देते हुए बताया गया कि यह कार्यक्रम मानवता को समर्पित है । पृथ्वी को बचाने के लिए जल संचय करना होगा जिसमें सभी व्यक्तियों की भागीदारी अपेक्षित है । यह एक यज्ञ है जिसमें सभी व्यक्ति आहुति देंगे जिसका फायदा आगामी पीढी को मिलेगी और मानवता पल्लवित होता रहेगा । हम सौभाग्यशाली है कि ब्रहमान्त में अभी तक जीवन एक मात्र ग्रह पृथ्वी पर ही है जिसका कारण जल की उपलब्धता ही है ।


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