दरभंगा/बिहार : दरभंगा पुलिस ने अपराध जगत के एक बड़े शातिर को उनके गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ पकड़ने में सफलता हासिल की है। सदर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीसागर के अभिमन्यु सिंह उर्फ अभिमन्यु राज राजपूत उर्फ बॉस उर्फ डॉन के गिरफ्तारी से पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।
अभिमन्यु के मोबाइल फोन को खंगालने के बाद पुलिस ने दावा किया है कि यह कुख्यात शातिर किसी भी घटना को अंजाम देने के लिए हथियार की सप्लाई करता है। इतना ही नहीं इसके विरुद्ध विश्वविद्यालय, नगर, लहेरियासराय आदि थानों में कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। सिटी एसपी योगेंद्र कुमार ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि अभिमन्यु आर्म्स का बड़ा सप्लायर है। इसके साथ धराये 5 अपराधी भी इसके लिए संगठित रूप से अपराध करते हैं। अभिमन्यु की मोबाइल से कई शातिर अपराधियों का पता भी चला है। यह अपने मोबाइल व्हाट्सएप के माध्यम से विभिन्न प्रकार के हथियार यहां तक कि कार्बाइन की भी खरीद बिक्री का काम करता है। यह बड़ा आर्म्स सप्लाई के रूप में चिन्ह्ति किया गया है।
पुलिस ने इसे शुक्रवार को लक्ष्मी सागर रोड नंबर 6 स्थित चाय दुकान के पास से गिरफ्तार किया था। अभिमन्यु मूल रूप से मुजफ्फरपुर जिला के गायघाट का रहने वाला है। हालांकि इसकी स्कूली और अपराधिक गतिविधियां दरभंगा ही रहा है। यह नाग मंदिर के पास रहता था। इसके गिरोह में कई अपराधियों के रहने का खुलासा हुआ है। यह मुजफ्फरपुर जिला के गायघाट थाना क्षेत्र के लादौर गांव के अर्जुन कुमार सिंह के पुत्र अभिमन्यु राज राजपूत के रूप में की गई है। इसके पिता बिहार के बाहर दूसरे राज्य में बैंक मैनेजर हैं। पकड़े गए आरोपियों में नगर थाना क्षेत्र के राजकुमारगंज टमोहल्ला के ललित कुमार महतो के पुत्र हिमांशु मलिक विवि थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव निवासी हेमचंद्र झा के पुत्र आलोक कुमार झा, सदर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीसागर रोड नंबर 7 निवासी अरुण ठाकुर के पुत्र वरुण ठाकुर उसी थाना क्षेत्र के चंदनपट्टी निवासी रामसेवक भारती के पुत्र साविंद्र कुमार, विवि थाना क्षेत्र के बेलादुल्ला निवासी मनोज कुमार ठाकुर के पुत्र राहुल कुमार ठाकुर के रूप में की गई है। इनलोगों के पास से एक देसी पिस्तौल, एक मैगजीन, चार जिंदा कारतूस, 5 मोबाइल फोन, 6 चाकू सहित नशीली दवा बरामद किया गया है। इनलोगों की गिरफ्तारी से पुलिस को उम्मीद है कि छिनतई लूट आदि की घटनाओं में कमी आयेगी।
पूछताछ के बाद पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों को लगाम लगाने में सफल होंगे। पुलिस टीम अब इनके संगठित गिरोह की तलाश में जुट गई है। प्रेसवार्ता के दौरान सदर एसडीपीओ अनोज कुमार, सदर थानाध्यक्ष शशिकांत सिंह उपस्थित थे।