मुजफ्फरपुर/बिहार : जिले के सभी प्रखंडों में प्रतिनियुक्त वरीय उप समहर्ताओं और जिला स्तरीय पदाधिकारियो के नेतृत्व में ए ई एस से संबंधित चल रहे जागरूकता कार्यक्रम विशेष कर डोर टू डोर विजिट, ओ आर एस का वितरण, प्रभावित बच्चो के अग्रिम चिन्हीकरण, चिन्हित बच्चो को तत्काल पी एच सी में पहुंचाना, उनका समुचित इलाज मुहैया कराना, सामुदायिक जागरूकता, ए ई इस से बचाव और उपचार के संबंध में सामान्य उपाय और सावधानियों से अवगत कराना इत्यादि बिंदूओं पर समीक्षा की गई और कई सख्त निर्देश भी दिए गए।
सभी नोडल पदाधिकारियो ने बताया कि सभी प्रखंडों में माइकिंग,डोर टू डोर विजिट, रात्रि चौपाल, रैली, इत्यादि के माध्यम से वार्ड वाइज सघन प्रचार प्रसार किये जा रहे है। बड़ी संख्या में प्रभावित बच्चो को अग्रिम चिन्हीकरण कर पी एच सी में लाया जा रहा है और उन्हें समुचित इलाज भी उपलब्ध कराई जा रही है।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से उन्हें हिदायत दी है कि अगले 10 दिनों तक युद्ध स्तर पर कार्य करे। उन्होंने कुछ केंद्रों का बन्द रहने की शिकायत प्राप्त होने पर सभी सी डी पी ओ को वार्निंग देते हुए कहा है कि अगर केंद्र खुले पाए गए तो उसकी जिम्मेदारी संबंधित सीडीपीओ पर होगी। उन्होंने कहा कि इस विकट परिस्थिति में सभी समर्पित भावना के साथ कार्य करे। अधिक से अधिक घरों में वरीय अधिकारी अपने अधीनस्थों के साथ स्वयं विजिट करे। सभी सेविका, सहायिका, आशा, ए एन एम सघन रूप से जागरूकता कार्यो को चलाएं। किसी भी तरह की कोताही और लापरवाही पर जबाबदेही तय की जाएगी। सभी केंद्र समय से खुलें।
वी सी में संयुक्त सचिव भारत सरकार लव अग्रवाल, कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, मनोज कुमार, अपर सचिव, स्वास्थ्य विभाग, कौशल किशोर भी उपस्थित थे।