मधेपुरा : आखिर कब तक चलता रहेगा उदाकिशुनगंज अनुमंडल में खुनी खेल?

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कौनैन बशीर
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : क्षेत्र में हत्याओं का अंतहीन सिलसिला जारी है। जिले में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं से आमलोग परेशान हैं। हत्या, लूट, अपहरण जैसे संगीन घटनाओं में लगातार हो रही वृद्धि एक तरफ जहां प्रशासन की निष्क्रियता को उजागर कर रही है। वहीं अपराधियों के मनोबल को भी बढ़ा दी है।

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उदाकिशनगंज, खाडा बुधमा, पुरैनी आदि जगहों पर आये दिन हो रहे आपराधिक घटनाएं इस बात की ओर ताकीद कर रही है कि क्षेत्र में अपराधियों का बोलबाला हैं। इसकी भनक पुलिस को नहीं है। भले ही पुलिस की गश्त तेज क्यों न हो लेकिन अपराधी उससे भी एक कदम आगे चल रहे है। हालांकि कहने वाले तो यह भी कह रहे हैं कि पुलिस को इस बात की जानकारी तो पहले मिल जाती है कि अपराध की योजना अपराधी बना रहे हैं। इस बात की जानकारी क्यों नहीं मिल पा रही है, कि घटित अपराध किसने किया। सबसे ज्यादा मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियां हो रही है। जो इस बात की ओर इशारा करती है कि सीमावर्ती क्षेत्र के इलाके में आज भी अपराधी सक्रिय हैं खास बात यह है कि आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिये पुलिस के पास कोई खास रणनीति ही नहीं है कि कैसे अपराध को रोका जा सके। लिहाजा लोग सशंकित हैं और आम लोगों के लिये सुरक्षा के लिये तैनात पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठा रहे हैं। आपराधिक योजना बनने से पहले भले ही पुलिस के द्वारा अपराधियों को धर दबोचा गया हो लेकिन कई आपराधिक घटनाओं के बाद भी पुलिस के हाथ आज तक कुछ भी हासिल नहीं हो सका है।
जानकार हैरानी होगी कि उदाकिशुनगंज अनुमंडल मे बीते छह माह के अंतराल में बदमाशों ने एक दर्जन से अधिक लोगों को मौत के नींद सुला दिया है। वही कुछ लोगों को गोली मारकर कर जख्मी कर दिया गया है। लगातार बढ़ रही हत्या की घटना से लोग सकते में है। इससे इलाके के लोग भयक्रांत है। बेतहाशा बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर लोग पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं। क्या अपराधियों में पुलिस का खौफ नहीं रह गया है? क्या बेलगाम अपराधियों के आगे पुलिस बौनी पड़ गई है? पुलिस का अपराध पर नियंत्रण नहीं रह गया है?

ताजा मामला उदाकिशुनगंज थाना अन्तर्गत बुधामा ओपी क्षेत्र के खाड़ा पंचायत वार्ड संख्या 05 निवासी रामचन्द्र नोनियां का अपहृत 9 वर्षीय पुत्र रविन्द्र कुमार की हत्या 5 जून को कर दी गई। शव गांव के ही खाडा़ हाई स्कूल समीप एन एम डी ईंट उद्योग, संतोष कुमार सिंह के चिमनी भट्ठा के दक्षिण पूर्वी भाग स्थित 05 फीट गहरा गड्ढा से बरामद किया गया। वहीँ पुरैनी थाना क्षेत्र में 10 जून की रात्रि बेखौफ बदमाशों ने नरदह पंचायत के पूर्व मुखिया वर्तमान मुखिया पति अनिल यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। जबकि 14 जून की सुबह औराय पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि मोहम्मद पप्पू को अपराधियों ने गोली मारकर जख्मी कर दिया। वह खेरहो गांव से पंचायत कर अपने घर औराय लौट रहे थे। अपराधियों ने औराय गांव के पास गोली मार दिया। जिससे वह गंभीर रुप से जख्मी है।

इधर जनप्रतिनिधि की हत्या से अनुमंडल क्षेत्र के लोग सकते में है। वहीं क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। इस घटना ने लोगों को दहला कर रख दिया है। पिछले छह महीने से अबतक की घटनाओं पर गौर करें तो क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक लोगों की हत्या हो चुकी हैं। हत्याओं के सिलसिलेवार घटनाओं से पुलिस की कार्यशैली को समझा जा सकता है। यह तो सिर्फ हत्याओं के आंकड़े है। जबकि लूट और चोरी के दर्जनों वारदात हुए है। लगातार बढ़ रहे घटनाओं के बावजूद पुलिस सक्रिय नहीं दिख रही है। इलाके के लोगों मे पुलिस की कार्यशैली पर भारी नाराजगी देखी जा रही है।

उदाकिशुनगंज अनुमंडल अंतर्गत छह माह में एक दर्जन लोगों की हुई हत्या :

1.आलमनगर के सहायक थाना रतवारा अंतर्गत अजगैवीपुरी में सुदामा देवी नामक महिला की गला रेतकर हत्या कर दी गई।

2. ग्वालपाड़ा के शाहपुर में 21 जनवरी को युवक को बदमाशों ने गोली मारी

3. रतवारा के गंगापुर बैजू मंडल टोला में 23 जनवरी को 35 वर्षीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

4.उदाकिशुनगंज के तेलडीहा गांव के अमित कुमार नामक की हत्या छह फरवरी को महेशुआ गांव के निकट कर दी गई।

5. पुरैनी के कोयला टोला गांव के कपिलदेव सिंह की हत्या आठ मार्च को बिहारीगंज थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में कर दी गई।

6. कपिलदेव का अपहरण दो मार्च को फिरौती के लिए किया गया।

7. रतवारा के खापुर में 15 मार्च को 60 वर्षीय वृद्ध की हत्या सुप्तावस्था में गोली मारकर कर दी गई। 8. पुरैनी के गाड़ी ड्राइवर 25 वर्षीय मोहम्मद आसिफ उर्फ चिंटू की 27 मार्च को हत्या कर शव को नवगछिया के कोसी धार मे बोड़ी से बरामद किया गया।

9. पुरैनी के औराय पंचायत के खैरहो गांव में 23 मार्च को मूरलीगंज के तीनकोनवा गांव के प्रमोद यादव की हत्या कर दी गई, वह दूध का कारोबार करता था। बताया जाता हैं कि रूपये के लेनदेन में दूध कारोबारी की हत्या की गई।

10. आलमनगर के भगीपुर में तीन मई को अधेड़ की हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया।

11. ग्वालपाड़ा के अरार नदी में 22 मई को युवक का शव बरामद हुआ। ग्वालपाड़ा के सुखासन में 23 मई को कैलाश यादव को गोली मारी गई।

12. उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय में चार जून को चीचो राम को बदमाशों ने गोली मारी। 13. उदाकिशुनगंज के खाड़ा गांव में दो जून को अपहृत बालक रविन्द्र की हत्या पांच जून को कर दी गई।

14. ग्वालपाड़ा के भलुवाई गांव के पास सरौनी गांव के मक्का व्यवसायी त्रिवेणी मुखिया के दामाद लवकुश को बदमाशों ने गोली मारी। इलाज के दौरान लवकुश की मौत हो गई। वह पूर्णिया के भवानीपुर थाना क्षेत्र के सुरकाही गांव का रहने वाला था।

15. पुरैनी के नरदह पंचायत के पूर्व मुखिया सह वर्तमान मुखिया पति अनिल यादव की 10 जून की रात्रि बेखौफ अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी गयी

16. पुरैनी के ही औराय पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि मोहम्मद पप्पू को 14 जून को दिन दहाड़े गोली मारकर जख्मी कर दिया।

यह आंकडा तो सिर्फ उदाकिशुनगंज अनुमंडल का है जबकि अगर हम पुरे जिले के अपराधिक मामले पर नजर डाले तो आंकडा काफी चौंकाने वाला है। कुल मिलकर पिछले कुछ माह से मधेपुरा में अपराधियों का खुनी खेल जारी है, अपराधी जिस तरह बेख़ौफ़ होकर अपराधिक मामले को अंजाम दे रहे हैं उससे यह प्रतीत होता है कि अपराधियों के अन्दर से पुलिस और कानून का खौफ खत्म सा हो गया है ऐसे मैं मधेपुरा पुलिस की कार्यशैली को लेकर जिले के हर चौक-चौराहे पर चर्चाओं का बाजार गर्म है वहीँ सिलसिलेवार हो रही हत्याए समेत अन्य अपराधिक घटनाओं से जिलावासी दहशत के माहौल में जीने को मजबूर है।


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